मुख्यमंत्री इन मधुबनी :राजनीती


आज मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार पन्डौल प्रखंड के सरसों पाही ग्राम में अपने  पूर्व निर्धारित यात्रा पर पहुँचे। यहाँ उन्होंने अयाची मिश्र एवं प्रसव सेविका के मूर्ति का अनावरण किया ।

  मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि अयाची मिश्र एक ऐसे विद्वान् थे जिन्होंने सैकड़ों लोगो को बिना गुरुदक्षिणा लिये  विद्वान् बनाया। उनके शिष्यों को उनका आदेश हुआ करता था कि वे  दस अन्य छात्रों को पढ़ाये ।  कानून और व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यहाँ कानून का राज है और भष्टाचार बरदास्त नहीं की जायेगी । चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े ! मुख्यमन्त्री आज केन्द्र से असंतुष्ट दिख रहे थे ।

अपरोक्ष रूप से मुख्यमंत्री ने प्रधानमन्त्री के द्वारा बिहार में राहत के नाम पर दिए गए पांच सौ कड़ोड़ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोष पर पहला हक आपदा पीड़ित का होना चाहिए !

उन्होने जनता को आश्वासन देते हुए कहा कि आपदा की घड़ी में राज्य के खजाने पर पहला हक़ आपदा पीड़ितों का ही होगा इसलिये हमने बाढ़ पीड़ितों के लिए अपने कोष को खोल दिया है। उनके अनुसार चौबीस सौ करोड़ रूपये बाढ़ प्रभावित जिलों में पहुंचा दिया गया है जो बजट में तो नहीं था पर फ़िर भी आवश्यकता को देखते हुए यह पैसा राज्य के खजाने से उपलब्ध कराया गया ! मुख्यमंत्री ने बाढ़ की भीषणता पर कहा कि अररिया किसनगंज के नब्बे साल के  बुजुर्ग ने भी ऐसा बाढ़ नहीं देखा था ! 

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