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Showing posts from August, 2017

इंटर में नामांकन नही होने पर छात्राओं ने किया हंगामा

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मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के बसैठ स्थित पीडीसीपी कॉलेज में छात्राओं ने गुरुवार को जमकर हंगामा किया. छात्राएं इंटर में नामांकन लेने के लिए कॉलेज पंहुची थी, जहां कॉलेज प्रबंधन द्वारा यह बताया गया कि कॉलेज में सीट भर चुका है. जो की अब बिहार बोर्ड के दिशा निर्देश के अनुसार नामांकन लेना संभव नही है. जिसके बाद मौके पर मौजूद छात्राओं व अभिभावकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. नामांकन नही होने पर सभी छात्राएं मायूस नज़र आ रही थी. नामांकन लेने पंहुची यास्मीन परवीन, खुशी खुशवंत, साइस्ता परवीन, अंकिता कुमारी, अर्चना कुमारी, प्रिया कुमारी ने बताया कि यह कॉलेज हम लोगों के क्षेत्र में सबसे निकट है. इसके अलावे कही नामांकन लेते है तो घर से 20 किलोमीटर की दूरी तय करके कॉलेज जाना होगा. जिसके कारण पढ़ाई बाधित होगी. कॉलेज प्रबंधन बिहार बोर्ड के दिशा निर्देशों का हवाला देकर नामांकन नही होने की बात कह रहा है. लेकिन यहां के छात्र-छात्राओं के लिए इसके अलावे कोई बेहतर विकल्प नही है. इसके अलावे इस क्षेत्र में पिछले 10 सालों से सभी संकाय कला, वाणिज्य व विज्ञान में हज़ारों छात्र नामांकित होते थे. औ

रालोसपा विधायक सुधांशु शेखर का धरने पर बैठना बना कौतूहल का विषय

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रालोसपा विधायक सुधांशु शेखर को अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है की वह गठबंधन में है और उनके ही गठबंधन की सरकार है. वैसे तो विधायक जी का विवाद के साथ चोली दामन का  पुराना साथ है, लेकिन फिर भी कभी कभी ये विवाद में नहा लेते है. ताजा मामला हरलाखी विधानसभा से रालोसपा के एकलौते विधायक सुधांशु शेखर से जुड़ा है. विधायक जी 31 अगस्त को साहर घाट के नेताजी चौक पर धरना पर बैठ गए और साथ ही उनके कुछ समर्थको ने सड़क जाम कर दिया. जाम भी कुछ ऐसा वैसा नहीं बल्कि घंटो वाला जाम जो सात घंटे तक चला. हुआ यूं की विधायक जी सुबह के आठ बजे धरना पर बैठ गए और उन्होंने मांग किया की जब तक डीएम स्वय यहां आकर उनकी बात नहीं सुनते है तब तक वे धरना अनवरत जारी रखेंगे. अब इस बात की जानकारी अधिकारियों को हुआ तो सारे अधिकारी ने विधायक जी से किनारा कर लिया डीएम साहब तो दुर बीडीओ भी बड़ी मुश्किल से शाम के तीन बजे विधायक से मिलने पहुंचा तब तक विधायक जी का समर्थक कम होने शुरू हो चुके थे. डीएम को धरनास्थल पर बुलाने की जिद पड़ 7 घन्टों से डंटे विधायक जी थक गए थे इसलिए वे झटपट अपना धरना तोड़ने में ही भलाई समझे. विधायक जी के धरना टूट

देश की प्रतिष्ठा के लिये स्पॉन्सर्स की खोज में एक खिलाड़ी

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सन 2000 के आस पास मीडिया में यह ख़बर आयी थी कि ओलम्पिक्स के लय्यात्मक जिमनास्टिक के इवेंट में पुरुषों की भी स्पर्धा शुरू होगी । लेकिन चुंकि लड़कियों की तरह की स्प्लिट्स लड़के नहीँ लगा सकते इस लिये लड़कों का फॉर्मेट अलग होगा ।सन 2001के दिसम्बर में हुए नेशनल गेम्स में एक बिहारी लड़के ने चल रहे फॉर्मेट में पोज कर उसका फोटो चुनौती के रुप में ऑर्गनाइज़िंग कमीटी को भेजा । फ़िर वही पोज सारे अंतरराष्ट्रीय खेलों में भी गयी और पहली बार ओलम्पिक 2004 में गयी । उस चुनौती को आज तक किसी ने भी नहीँ हराया ।अब एफ़ आई जी ( लय्यात्मक जिमनास्टिक की सबसे बड़ी संस्था ) की कथा सुनिये । उस व्यक्ति को एफ़ आई जी के टेक्निकल डाइरेक्टर मेडम आब्रुजीनी ने ई मैल से सूचित किया कि अब कमिटी ने फैसला किया है कि पुरुषों की स्पर्धा लय्यात्मक  जिमनास्टिक में नहीँ शुरू की जायेगी । एकाएक ऐसा पलटा असोसियेशन ने क्यों मारी यह आज तक एक रहस्य है ।लेकिन चुनौती तो चुनौती होती है , या तो हार मानो या जीत जाओ । यह व्यक्ति तो जीत गया बेशक उसके जीत को वो दर्जा नहीँ  मिला जो उसे मिलना चाहिये था । अफसोस की सरकार ने भी इस में उसका कोई स

मुकबधिर महिला पर अत्याचार थाना प्रभारी निष्क्रिय

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जहॉं एक तरफ़ महिला सशक्तिकरण के लिये प्रयास चल रहा है वही महिलाओ पर अत्याचार की घटनाएँ भी रुकने का नाम नहीँ ले रही है ।मधुबनी जिले में एक विवाहित महिला के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है ! पीड़ित महिला मूकबधिर है जो ना तो बोल सकती है और ना ही सुन सकती है ! यह  मामला पंडौल थाना क्षेत्र के डीह टोल का है ! बताया जा रहा है की गांव के ही एक व्यक्ति ने महिला के साथ  दुष्कर्म भी किया और साथ साथ मारपीट भी की । यह महिला और इसका पति दोनों ही मूकवधिर हैं ।हमारे प्रेस प्रतिनिधी ने जब महिला से भेंट की तो उस महिला को काफी गंभीर रुप से घायल अवस्था में पाया ।हमारे प्रेस प्रतिनिधी ने उसे अस्पताल में भर्ती करावाया । एक तरफ़ तो एक अबला और विकलांग के साथ अत्याचार हो रहा है और दूसरे तरफ़ वहाँ के  थाना प्रभारी को इस मामले की सुधी लेने की अभी तक फुर्सत नहीं मिली  है। अपराधी खुले आम घूम रहा है और उसे गिरफ्तार करने वाला कोई नहीँ है ! मधुबनी एस पी दीपक वरनवाल छुट्टी पर है । ऐसे में इन दरोगा साहब से इस महिला को कितना इन्साफ मिलेगा यह देखने और सोचने वाली बात होगी !

एसएसबी जवानों ने किया 4 लाख का मोबाइल जब्त, साइकिल से हो रही थी तस्करी

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भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 48 वीं वाहिनी पिपरौन के जवानों ने तस्करी के 3 सौ साठ पीस माइक्रोमैक्स  मोबाइल जब्त किया है । हालांकि तस्कर मौके से भागने में कामयाब रहे। एस एस  बी को गुप्त सूचना मिली थी कि  नेपाल भारत सीमा पर पिलर संख्या 286 के समीप  नेपाल से अवैध तरीके से तस्कर मोबाइल लेकर भारतीय सीमा मे प्रवेश करने वाले हैं । मिली सूचना के आधार पर जबएस एस बी के  जवान घात लगाये बैठे थे तो उन्हें दो सायकिल सवार नेपाल की तरफ़ से भारत की तरफ़ आते दिखे । रोकने पर दोनो व्यक्ति साइकिल और कुछ पेकेट छोड़ कर वापस नेपाल की ओर भाग गए । बाद में जवानो ने उन्हें जब्त कर लिया। पिपरौन के  कंपनी इंचार्ज इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि जब्त सामान व साईकिल की कीमत 4 लाख आंकी गई है । खबर लिखे जाने तक जब्त सामानों को  पिपरौन कस्टम के हवाले करने की प्रक्रिया चल रही थी।

किराना व्यवसायी पर कातिलाना हमला चार लाख की लुट :क्राइम

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बसोपट्टि थाना क्षेत्र के कटैया गांव में किराना दुकान व्यवसायी को गोली मार कर चार लाख रुपया की लुटपाट का मामला प्रकाश मे आया है . अपराधियों के गोलीबारी में तीन व्यवसायी को गोली लगने की सूचना है जिनका स्थिति काफी नाजुक है। सभी घायल व्यक्ति को बेहतर इलाज के लिये dmch रेफर कर दिया गया है .घयाल व्यापारी का नाम जीवन साह, मनोज साह एवं एक अन्य शामिल है।जख्मी के परिजनों ने बताया कि रविवार की रात्रि 9 बजे अचानक गोलीबारी से तीन लोगों की हालत काफी गंभीर है।बताया जा रहा है की अपराधी जीवन साह के दुकान पर कूछ बाइक सवार चावल की भाव समझने आया और अचानक उनलोगों के द्वारा अंधाधुंध गोली चलाया जाने लगा . घटना की खबर फैलते ही आनन फानन में ग्रामीणों ने सभी जख्मी लोगो को स्थानीय पीएचसी लेकर आये लेकिन स्थिति को गम्भीरता को देखते हुए सभी को dmch रेफर कर दिया गया है जहाँ उनका हालत चिंताजनक बना हुआ है . बसोपट्टि थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है.वे करीब 10 की संख्या में आये हुए थे .अपराधियो ने रिवॉल्वर से फायरिंग किया.

कभी दुकानों की सुंदरता बढ़ाते थे आज दरिया में बह रही है

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यह शराब का दरिया है जिसमे पानी नहीं शराब बहता है ! आपने किस्से और कहानियों में दूध और घी के दरिया की कहानियाँ तो सुना होगा पर मधुबनी में यह सचमुच शराब का दरिया है ! पानी की तेज धारा की जगह शराब है जो एक छोटी सी नदी का रूप ले चुका है ! एक नजर में तो आपको लगेगा यह गन्दी नाला या वर्षा का पानी है पर हकीकत में यह शराब है जो जिला के एकलौते बेयर हाउस में पड़े हुए शराब के विनष्टीकरण से बना है ! साढ़े पांच करोड़ का दरिया  मधुबनी जिले के महाराजगंज में स्थित इस बेयर हाउस में साढ़े पांच करोड़ के अंग्रेजी शराब रखे हुए थे जो अचनाक हुए शराब बंदी के कारण बेयर हाउस में पड़े रह गए ! सरकार ने पहले सिर्फ देशी शराब पर प्रतिबन्ध लगाए थे इस कारण से बेयर हाउस में अंग्रेजी शराब का स्टॉक काफी मात्रा में पड़ा था ! लेकिन सरकार ने अचानक अंग्रेजी शराब के बंदी का भी घोषणा कर दिया जिस कारण से इतनी बड़ी मात्रा में शराब बेयर हाउस में पड़े रह गए !न्यायलय के आदेश के कारण इन शराबो को बिनष्ट किया जा रहा है ! दो दिनों तक बना रहेगा दरिया  बड़ी मात्रा में शराब होने के कारण रोड रौलर की मदत से इन शराबो को तोड़ा जा रह

ब्लूटूथ के बदौलत सिपाही बने . SP दीपक वरनवाल ने बाहर का रास्ता दिखाया

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जहाँ बेरोजगार दिन रात नौकरी के लिये रास्ते का धूल फांक रहे हैं वही कुछ लोग रोजगार के  नित नये शॉर्ट कट खोजते रहते हैं । पर पुलिस दुसरे विभाग के साथ साथ अपने विभाग में छुपे हुए फर्जियों को ढूंढ ढूंढ कर निकाल रहा है !  हाल ही में फर्जी पुलिस बहाली का कुछ मामला सामने आया था जो जिसे विभाग ने बड़ी ही बाड़ीकी से पकड़ा और बाहर का रास्ता दिखा दिया  है । मधुबनी में दो सिपाही सहित एक ASI को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है !ये सिपाही है  कुंदन कुमार जो पहले निलम्बित हुआ था , अब उसे निष्कासित कर दिया गया है ।.इनकी बहाली हाई टेक तरीके से हुई थी । ब्लू टूथ पर ही इनका साक्षात्कार हुआ था और नौकरी भी ज्वायन कर लिया पर पुलिस के पैनी नजर के आगे टिक नहीं पाए और मधुबनी SP दीपक वरनवाल ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है  । यह व्यक्ति ग्राम वौईरी जहानाबाद का रहने वाला है । साथ ही  फर्जी बहाली के एक और मामले में राहुल सिंह tc नम्बर 563 सूर्यपुरा जिला कैमूर के निवासी  को भी निष्कासित कर दिया गया है ।इनका  बहाली में भी अनियमितता पाई गयी थी । एक अन्य मामले में ए एस आई अनिल कुमार सिंह , जो मधुबनी में पदस्थापित थे

शराब के व्यापार का आखरी निशानी मीट गया

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बिहार में जब से शराब का व्यापार ख़त्म हुआ उसके बाद से शराब की तस्करी ने जोर पकड़ा ।लेकिन शराबबंदी के कानून के कड़ाई से लागू होने के कारण पोलीस व उत्पाद विभाग ने बहुत बड़े पैमाने पर शराब की बड़ी बड़ी खेप को जप्त किया साथ ही कई अपराधी भी गिरफ्त में आये । यही स्थिति आज भी जारी है । इसी शराबबंदी का नतीजा है कि आज जिला बेयर हाउस में पड़े साढ़े पांच करोड के शराब को नष्ट कर दिया गया है ! यह वेयर हाउस मधुबनी के महराजगंज में है ।।यह जिला का एकलौता बेयर हाउस था जहा से शराब जिले भर में भेजी  जाती थी  ! शराबबंदी के कारण इस बेयर हाउस में साढ़े पांच करोड़ का शराब का स्टॉक पड़ा रह गया था । इस स्टॉक को  जिलापदाधिकारी श्री कपिल अशोक के समक्ष बुलडोजर चला कर नष्ट कर दिया गया है ! हालांकि उस समय काफी तेज वर्षा हो रही थी । लेकिन शराब नष्ट करने का समय पूर्व से ही निर्धारित हो चुका था । इसलिये तय समय पर ही शराब को नष्ट कर दी गयी  ! इस क़दम के साथ ही शराब के व्यापार की निशानी का भी खात्मा हो गया ।

बेचारे किसान त्राहिमाम कर रहे है

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exclusive  बाढ़ तो गयी मगर पूरे जिले की  खेती को भी अपने साथ ले गयी। बेचारे  किसान त्राहिमाम कर रहे है ।जिले में बाढ़ आने से पहले तक 96% धान की रोपनी हो चुकी थी।  जिसे इस प्रलयंकारी बाढ़ ने पूरी तरह  से नष्ट कर दिया और लाखो एकड़ की खड़ी फसल  बर्बाद हो गयी । कोसी के पेट मे बसे गाँव हो चुके है बर्बाद  कोसी के पेट में बसा  मधेपुर प्रखंड के  पंचायत बस्सीपटटी ,द्वालख ,महपतिया समेत यहाँ के नौ पंचायत बाढ़ की विभीषिका के गवाह बने ! यहाँ की  सड़कें जगह जगह से  टूट चुकी है। इन पंचायतो तक सिर्फ पैदल ही जाया जा सकता है ।वह भी मुख्य सड़क से कम से कम आठ किलोमीटर पैदल यात्रा करने के बाद। इन पंचायतों के  खेतो में लगे फसल गल कर मिटटी में मिल चुके है ! धान के कुछ काले और आधे गले हुए पौधे अपने होने का ऐहसास दिला रहे है। किसानों ने बताया कि खेती तो बरबाद हुई ही अब आगे भी हमलोगो को कोई देखने वाला भी नहीं है ! पता नहीँ अब इस साल हम अब क्या खाएंगे ? एक लाख एकड़ मे फसल हो चुके है नष्ट   कोसी के आसपास मधेपुर , फुलपरास ,घोघडीहा प्रखंड के सभी पंचायत बाढ़ से प्रभावित है ! इन प्रखंडों के अल

उधर बाढ़ सम्पत्ति ले डूबा और इधर डॉक्टर बच्चा को छुपा लिया :शर्मनाक

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___________डॉक्टर को भगवान का रुप कहा जाता है मगर कुछ ऐसे भी हैं जो पैसे के लिये मानवता को कंलकित करने में लगे है...। पूर्वी चम्पारण जिले में एकाएक आयी प्रलयकारी बाढ से जान बचाकर दम्पति दर दर भटकने पर  विवश और दूसरी तरफ़ डॉक्टर रुपये लेकर ही बच्चे की जानकारी देने पर अडे... राहत शिविर में जिन्दगी की जंग लड रहे दम्पति को पूर्व केन्द्रीय मंत्री का सहारा....मगर फिर भी मासूम मां से दूर ...। बंजरिया थाना के अजगरी निवासी युवा दम्पति अपने ही कलेजे के टुकडे को पाने के लिए भटकने को विवश है...। आज से करीब 20 दिन पहले दम्पति के आंचल में खुशियां आयी थी...। मोतिहारी के सदर अस्पताल में ये महिला सुमन देवी  मां बनी जिनके पति का नाम हरिद्वार सहनी है .....लेकिन नवजात जन्म से ही बीमार था...जिसे मोतिहारी नगर के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया...। भर्ती होते ही पहले तीस हजार रुपये की माँग की गयी  ..फ़िर उन्हे और बीस हजार रुपये लाने के लिये अस्पताल वालों ने कहा ...। रुपये के इंतजाम की में जब दम्पति घर गये तभी एकाएक बाढ आ गयी..जिसमें उनका घर गिर और उनकी सारी जमापूंजी बाढ़ में बेह गयी ।.. सडक पर

शराब तस्कर को सात महीने के स्पिडि ट्रायल मे मिला ऐसा सजा जानकर आपको आश्चर्य लगेगा

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नशा बंदी के बाद शराब बेचे जाने के मामले मे मधुबनी के अदालत ने एक बड़ा फैसला सुनाया  है। .मामले मे आरोपी लगातार जेल मे बंद रहा और उसपर स्पीड  ट्रायल चलाया गया ।  महज सात महीने मे मामले की सुनवाई पूरी कर ली गयी ।. उत्पाद  विभाग के एक विशेष अदालत ने चार जनवरी 2017 के एक मामले मे फैसला सुनाते हुए आरोपी को पंद्रह साल का शश्रम कारावास एवं डेढ़ लाख रुपये जुर्माना लगाया है । यह.मामला ललमनीया ओपी क्षेत्र का था।यहाँ 4जनवरी 2017 को गश्ती के दौरान एस एस बी ने शराब के साथ मुख्तार अंसारी नाम के एक शक्स को गिरफ्तार किया था। अपराधी ललमनीया ओपी के वीरपुर गाँव का रहने वाला है । अदालत के फैसले का सम्मान करते हुए बचाव पक्ष के वकील ने कहा है कि कानून मे कई कमियॉं  है जिस में सरकार को सुधार लाने की ज़रूरत है । नशा बंदी के बाद का यह एक ऐतिहासिक फैसला है इस में कोई शक नहीँ है ।

बुरी तकनीक का नमुना है मधुबनी बेनीपट्टी मुख्य सड़क

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दो टुकरे में बँट गयी सड़क  मधुबनी जिला में बाढ़ से हुई तबाही का अंदाजा उसके छतिग्रस्त हुए पुल , पुलिया एवं सड़को से लगाया जा सकता है ! NH 104 कई जगहो पर  कट गई है । मधवापुर प्रखंड अभी भी जिला से कटा हुआ है ! साथ ही मधुबनी को सीतामढ़ी से जोड़ने वाली एकलौती मुख्य सड़क पर हाल ही में बनाये गये छोटे पुल को बाढ़ की तेज धार अपने साथ ले गयी । इस तेज धार ने पुल के साथ साथ आस पास के पचास फिट तक के सड़क को भी तोड़ दिया । यह  घटना बेनीपट्टी प्रखंड के शिवनगर  से गुजरने वाली स्टेट हाइवे की है ।यह सड़क क्षेत्र का एक प्रमुख व्यापारिक सड़क है और इस सड़क पर से रोज़ हजारो वाहन गुजरते हैं ।धौंस नदी के महाराजी बांध के टूटने के साथ ही पानी बेकाबू हो गया और आसपास के सभी गांव जलमग्न हो गए ! बाढ़ के पानी की तेज धार को यह छोटी सी पुलिया नहीँ झेल सकी और  आखिरकार पानी की धारा और पुलिया के संघर्ष में सड़क टूटकर दो हिस्सों में बंट गया ।  नाविक की मनमानी  स्थानीय लोग को नदी पार करने के लिये नाव का सहारा लेना पड़त है। नाविक एक बार पार करवाने के   दस रुपया लेता है । एक यात्री  ने बताया की मोटरसाइकल को नाव प

इस महीने के 23 तक के लिये बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में विद्यालय बंद रहेगा --- जिलाधिकारी का आदेश

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सभी बी डी ओ , सी ओ , शिक्षा पदाधिकारियों और अनुमंडल पदाधिकारियों को जिलाधिकारी ने फैक्स  द्वारा आदेश भेजकर यह सूचित किया है कि इस महीने के 23 तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे । आदेश में यह कहा गया है कि पिछले दिनो हुई भारी वर्षा के कारण छात्रों को विद्यालय आने जाने में होने वाली कठिनाइयों को मद्देनजर रख कर ऐसा निर्णय लिया गया है । इस आदेश का कारण बताते हुये कहा गया है कि मधेपूर, लौकही, बेनिपट्टी, बिस्फी, मधवापूर और घोघर्डीहा प्रखंड में अभी भी जल जमाव की स्थिति बरकरार है । इसलिये इन प्रखंडों के सरकारी व निजी प्राथमिक/माध्यमिक  , माध्यमिक और उच्च/माध्यमिक विधालय इस महीने के 23 तक बंद रहेंगे । शेष प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकरी और प्रखंड शिक्षा पदाधिकरी ये सुनिश्चित करेंगे कि जहाँ जल जमाव की स्थिति नहीँ है वहाँ दिनांक 21-08-17 से पठन पाठन का कार्य शुरू हो । और अंत में पदाधिकारियों को यह सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है कि वे यह भी सुनिश्चत करें कि कोई शिक्षण संस्थान बाढ़ की स्थिति का नाजायज फायदा उठा कर विद्यालय बंद न रखे ।

राजनीतिक तैयारियों के कारण बाढ़ की तैयारी नहीँ : सकिल

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राजनीतिक तैयारियों के कारण बाढ़ की तैयारी नहीँ कर पाये मुख्यमंत्री .यह कहना है कांग्रेस के पूर्व मंत्री और राष्ट्रीय प्रवक्ता सकिल अहमद का वे आज मधुबनी के बेनीपट्टी अनुमण्डल के बाढ़ ग्रस्त दौरे पर थे !उन्होंने राज्य सरकार के द्वारा किये गए बाढ़ की तैयारियों आलोचना किया ! उन्होंने 20 अगस्त को  मधुबनी  जिले  के  बाढ़ प्रभावित  क्ष्रेत्रो  का  दौरा  करने  के  बाद परिसदन मे सम्बाददाता को सम्बोधित करते हुए कहा  की राजनितिक तैयारियों में रहने के कारण मुख्यमंत्री जी बाढ़ की तैयारियों पर ध्यान नहीं दे पाए ! मै चाहता हु बाढ़ पीड़ित किसानो को उचित मुआबजा मिले ! एक एकड़ का कम से कम पंद्रह हजार रुपया मिलना चाहिए क्योंकी किसान को एक एकड़ में  छह हजार तक का खर्चा आता है और वे हमारे अन्न दाता है इसलिए उनका ख्याल रखते हुए पंद्रह हजार तो मिलना ही चाहिए  साथ ही जिन लोगो का घर गिर गया है जो सड़को पर रहने को मजबूर है उनपर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर उनकी  सूचि बनाकर उचित मुआबजा देना  चाहिए ! एवं  सरकार को जिम्मेवारी तय करना चाहिए की बाढ़ पूर्व की  तैयारी में जो कामिया  मिला है उसका ज

बाढ़ राहत शिविर में महिला ने दिया बच्चे को जन्म

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बिन्देश्वर चौधरी : अंधराठाढ़ी  नवजात को बुखार तैनात चिकित्सा टीम इस बात से अनजान सामने आई तैनात मेडिकल टीम की असंवेदनशीलता राहत शिविरोंमें रह रहे बाढ़ पीड़ित अनेक विकट समस्याओं को झेल रहे हैं । अंधराठाढ़ी प्रखंड के इकलौते बाढ़ राहत शिविर में रह रही एक महिला ने गुरुवार की रात एक बच्चे को जन्म दिया। प्रखंड के गंधरैन चौक के रानी काम्प्लेक्स में बाढ़ राहत शिविर चल रही है। इस शिविर में  गंधरैन धांगर टोला के बाढ़ पीड़ित तकरीबन 200 लोग रह रहें हैं।यहाँ प्रखंड प्रशासन की ओर से दोनों शाम खाना और रहने का प्रबंध किया गया है। इस शिविर में रह रही मीनाक्षी देवी, उम्र 25 वर्ष , को गुरुवार के दिन में प्रसव पीड़ा हुई। आनन फानन में उसे स्थानीय रेफरल अस्पताल ले जाया गया। वहां उसने एक बेटे को जन्म दिया। प्रसव के बाद उसे पुनः राहत शिविर में वापस  लाया गया। शुक्रवार को राहत शिविर का जायजा लेने के लिए पहुंचे प्रेस प्रतिनिधियों ने जच्चा बच्चा का हाल पूछा। माँ मीनाक्षी ने खुलासा किया कि नवजात को बुखार है। प्रेस प्रतिनिधियों ने शिविर में कैम्प कर रहे डॉक्टरों को इसकी सूचना दी। आश्चर्य की बात है कि

52 बोतल शराब के साथ गिरफ्तार

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बिन्देश्वर चौधरी : अंधराठाढी  नशा बंदी ने कई मरते शराबियों की जान बचाई और कितने घरों को बरबाद होने से बचाया । वही इस क़दम का एक दूसरा चेहरा शराब की तस्करी के रूप में सामने आ रहा है । अंधराठाढी प्रखंड में गुरुवार की रात रुद्रपुर थाना के  पुलिस दल ने ननौर गाव से भारी मात्रा में शराब के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया हैं। वरामद किया गया शराब आर एस ब्रांड की हैं। कुल 52 बोतलों में 180 एम एल की 42 एवं 375 एम एल की 10 बोतलें हैं । गिरफ्तार शराव तस्कर ननौर गाव का एक निवासी कैलाश मिश्र है। गिरफ्तार तस्कर को  न्यायिक हिरासत में भेज दी गयी है। थानाध्यक्ष कुणाल कुमार के अनुसार यह तस्कर काफी दिनों से शराव का कारोबार चला रहा था। पुलिस द्वारा की गयी कई छापामारी में वह बचता रहा था । मगर इस बार पुलिस की तत्परता के कारण अपराधी भारी मात्रा में शराब के साथ ग्रिफ्त में आ ही गया ।यह छापामारी  थानाध्यक्ष कुणाल कुमार के नेतृत्व में हुई । थानाध्यक्ष के अलावा इस दल में एएस आइ कपिलदेव सिह , राम उदगार और सुरेन्द्र यादव शामिल थे।  बंदी ने कई मरते शराबियों की जान बचाई और कितने घरों को बरबाद होने से बचाया

प्रखंड परिक्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति ,रतजगा करने के लिए मजबूर है तटवंध किनारे के लोग

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बिन्देश्वर चौधरी : अंधराठाढ़ी  पिछले दिनों हुई तेज वर्षा ने अंधराठाढ़ी  प्रखंड परिक्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है। अनूमन कमोवेश सभी पंचायतो के लोग संकट में है। 15 अगस्त को स्थानीय कोशी निरीक्षण भवन परिसर में आयोजित कार्यकर्त्ताओ की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे विधान पार्षद व पूर्व मन्त्री राम लखन राम रमण ने कहा कि क्षेत्र की पूरी आबादी आज किसी न किसी तरह बाढ़ से प्रभावित है । नीचले स्थानों के घरो में पानी भरा है। मात्र पकाने खाने की नहीं सोने बैठने पर भी आफत है। सर्पदंश , डायरिया आदि महामारी फैलने और इलाज के बिन रोगियों के मरने का भय है। पशुओं के चारे और रहने की जगह की कमी है। जगह-जगह सड़के टूट गयी है। बच्चों की पढ़ाई और सहज आवा गमन भी वाधित है। श्री रामन ने खुलासा किया कि प्रशासन से उनकी बाते हो चुकी है। सरकारी दिशा निर्देशो के अनुसार वे लोग अपने दायित्वों का निवर्हन कर रहे है। उन्होंने सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं का आवाहन करते हुए कहा कि वो आगे आकर सरकार के साथ सहयोग करें ।  क्योंकि  किसकी गलती और किसकी भूल आदि जैसे सवालो में उलझने के वजाय पीडितो तक सुबिधायों पहुँचाने में

mdm के बदौलत राहत शिविर

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जो बच्चो को सही से MDM नहीं खिलाते वैसे शिक्षकों के हवाले राहत शिविर का भोजन बन रहा है ! सरकार लाख दावा कर ले पर हकीकत में सबकुछ विपरीत है ! स्कूल को राहत शिविर बनाया गया है और MDM राहत शिविर का खाना है ! वही शिक्षक वही रसोइया बस बदला है तो खाना खाने वाला ! ऐसे ही एक राहत शिविर का हमने जायजा लिया तो हालात बद से बदतर नजर आया ! दाल में दाल ढूंढना पड़ता है ! आलू सोयाबीन की बिना तेल मसाले की सब्जी और चावल ! यह खाना तो तब का है जब मंत्रीजी दौरे पर है ! MDM बना जीने का सहारा  यह साहर घाट का राहत शिविर है जिसमे दो वक्त का खाना लोगो को किसी तरह से नसीब होता है ! रात में ज्यादातर लोगो को खिचड़ी खाना पड़ता है वही दिन में दाल भात सब्जी मिलता है ! इस शिविर में महज दो वक्त खाना मिलता है ! इस कारण से बच्चों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है ! बच्चो को भूख से बिलखते देखकर परिजन अपने स्तर से खाना का इंतजाम करते है !हालांकि शिकायत मिलने के बाद डीएम SP स्वय भी खाना चखकर उसका तारीफ़ कर दिए पर ऐसा नहीं है की बाढ़ पीड़ित गलत कह रहे है ! डॉक्टरों को प्रेक्टिस पर ध्यान  यह तो बात भोजन की है ! इस श

नेताजी नदारद

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न्यूज़ डेस्क  मधुबनी की एक बड़ी आबादी इन दिनों बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है । जिले के सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में से एक है बेनीपट्टी अनुमंडल जो तीन विधानसभा क्षेत्र को छूता है । यहां करीब दो लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है । कोसी  नहर  एवं धौंस नदी का बाँध टूटने के कारण सैकड़ो गांव जलमग्न हो गए है और लोग सड़क पर आ गए है । लेकिन इतना होने के बाबजूद अब तक ईलाके के नेताजी नदायद है जिसे लेकर लोगो में रोष व्याप्त है । ये तस्वीर मधुबनी के मधवापुर प्रखंड की है जिसका संपर्क जिला मुख्यालय से टूट चुका है। ! इस प्रखंड में बाढ पीड़ितो को खाने के लाले पड़े है । RLSP के सुधांशु शेखर इस क्षेत्र के विद्यायक है ! ख़ास बात यह है की विधायक जी का घर भी साहरघाट में ही है और साहरघाट के कई पंचायत भी जल प्रलय हो चुका है पर विधायक जी फिलहाल वोट देने वाले और नहीं देने वालो का आंकलन करने में लगे है और उनके क्षेत्र के सबसे प्रभावित पंचायत करहारा में उन्हें जाने की फुर्सत नहीं है क्यो कि इस पंचायत से विधायक जी को वोट जो  नहीं मिला था इसी कारण वे वहाँ नही जा सके ! अब बात हरलाखी विधानसभा से सटे

बाढ़ की विभीषिका से जूझता जिला

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मानवता को ताक पर रख हो रही बाढ़ पर राजनिती को देख शर्म से आँखे झुक जाती है ।madhubanimedia.com की पहल पर राजनगर प्रखंड के कोइलख पंचायत के मुखिया ने बाढ़ पीड़ितों के लिए खाने की व्यवस्था की लेकिन यहाँ न तो कोई सांसद मदद को पहुचा और न ही विधायक जी ही .... आश्चर्य की बात तो यह है कि जब से चुनाव जीते है विधायक जी तब से दर्शन तक उन्होने नही दिया .. कई लोग तो उन्हे पहचानते भी नही है ।इस गाँव मे कभी बाँध पर बच्चा जन्म ले रहा है तो हर दूसरे दिन साँप काटने या डूबने से मौत हो रही है .चारो ओर पानी से घिरे इस पंचायत मे पहुँचने के लिये तीन किलोमीटर तक पानी के रास्ते जाना पड़ता है .फिलहाल यहाँ ndrf की टिम है राहत सामग्री वालों को गाँव तक पहुँचा रहे है . राहत के लिए मारा मारी  जब राहत सामग्रियों के साथ सबसे प्रभावित क्षेत्र हरलाखी विधानसभा के करहारा पंचायत पहुंचे तो इंसानियत रोने लगी । बाँध पर सैकड़ो की संख्या में महिला बच्चे खड़े नजर आए । लोगो को पता नही था कि नाव में राहत सामग्रियाँ है लेकिन फिर भी वे एक आश लगाए एक किलोमीटर तक बांध पर दौड़ते हुए उनके पास पहुंचे । छोटे छोटे बच्चे , बुजूर्
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न्यूज़ डेस्क  बाढ़ के ख़त्म होने के बाढ़ स्वस्थ सम्बन्धी समस्याओं का फैलना स्वाभाविक है। खास कर उन क्षत्रों में जो नीचे है और जहाँ जल जमाव अधिक दिनों तक बनी रहती है । इस समय मधुबनी जिला में वर्षा रुकी हुई है मगर जल जमाव में कोई खास परिवर्तन नहीँ आया है ।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वो किसी भी स्थिति से निबटने के लिये पूरी तरह से तैयार है और इस ओर उन्होंने कई क़दम भी उठाये हैं । इस वक्त स्वास्थ विभाग की टीम में चिकित्सकों की संख्या अनियमित 24 और नियमित 101 हैं । इस के अलावा A ग्रेड कर्मचारी नियमित 60 और अनियमित 3 है ।ANM की संख्या अनियमित 212 और नियमित 321 है । सिविल सर्जन श्री अमर नाथ  झा के अनुसार इस  बड़े क्षेत्न के लिये यह संख्या पर्याप्त नहीँ है ,  और उन्होंने स्टेट हेल्थ सोसाइटी से 5 और चिकित्सकों की माँग की है । इन्हे  वे खास बाढ़ पीडित स्थानों पर भेजना चाहते हैं । श्री झा के अनुसार जिन बीमारियों के फैलने की सम्भावना अधिक हैं वो है डायरिया ,वायरल डिजीज , चर्म रोग इत्यादि ।इस के अलावा सर्प दंश कुत्ते इत्यादि के काटने की घटना भी बढ़ सकतीं है ।श्री झा ने आगे बताया की उनके विभाग
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मधुबनी बाढ़ की स्थिति से जूझ रही है . खास कर बेनीपट्टी अनुमंडल में बाढ़ की स्थिति बहुत बुरी है . कई गाँव बाढ़ की चपेट में हैं . NDRF की टीम बाढ़ में फँसे लोगों को निकालने में लगी है . आज एक अनोखी घटना घटी . अनुमंडल से पाँच किलोमीटर की दूरी पर बसा है करहारा पंचायत . यह पंचायत बुरी तरह से बाढ़ प्रभावित है और मुख्य सड़क से करीब ढाई किलोमीटर दूर है .चारों तरफ़ से पानी से घिरे होने के कारण यातायात बाधित हो गयी है . NDRF के जवान फँसे लोगों को यहाँ से निकाल रहे है . इन्ही लोगों में एक गर्भवती महिला आसमां खातून को प्रसव पीड़ा शुरू हो गया आनन फानन मे ग्रमीणो के सहयोग से उसे बाँध पर लाया गया और दो घंटे तक मेडिकल टिम का इंतजार करती रही . अब NDRF का दावा है कि उनके सहयोग और तत्परता के कारण इस महिला की जान बची और नाव मे प्रसव कराया गया . वही दूसरी ओर वहाँ के ANM और मेडिकल टिम का दावा है कि उन्होने प्रसव करवाया . और इस बात की पुष्टि उक्त महिला के परिजन भी कर चुके है . वैसे इन दावों के बीच बाँध पर ही एक बच्ची का जन्म हुआ है इसकी पुष्टि हो चुकी है . जच्चा बच्चा दोनों ही स्वस्थ्य हैं और उन दोनों क

बेनिपट्टि अनुमंडल पर जल का कहर हर तरफ जल प्रलय

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न्यूज़ डेस्क  पिछले दिनो मध्य भारत में उठी चक्रवात ने बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में भारी तबाही मचाई है । मधुबनी का बेनिपट्टी अनुमंडल का इतिहास वैसे भी बाढ़ के मामले में काफी खराब रहा है ।इस बार भी जल प्रलय का   सबसे बड़ा नजारा मधुबनी के बेनीपट्टी अनुमंडल में नजर आ रहा है ! हजारो परिवार सड़क के किनारे विस्थापित हो कर रह रहे हैं । छोटे छोटे बच्चे का आशियाना खाट चौकी टेम्पो में सिमट कर रह गया है ! सड़क रसोईघर बन गया है और तेज वाहनों के गुजरने वाले रास्ते पर जीना मज़बूरी बन गयी है ! हर पल किसी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। यह  क्षेत्र  सामाजवाद का उदाहरण बन गया है , जहाँ गाँव के अमीर गरीब सभी एक ही धरातल पर नज़र आ रहे है । चारों तरफ़ सिर्फ  पानी ही पानी नजर आ रही है ! सरकारी व्यवस्था तो जरूर है पर इतने बड़े बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए नाकाफी है ! नुकसान का यह हाल है कि कई कच्चे मकान इस बाढ़ में विलीन हो गये हैं और पक्के मकानों के सिर्फ छत ही नज़र आ रहे हैं । अनुमंडल के मधवापुर प्रखंड का संपर्क जिला से टूट गया है । पुरे अनुमंडल में तकरीबन दो दर्जन से अधिक गांव पूरी तरह से पानी में समाहि

बेलनौति व धौंस नदी के तटबंध टूटने से कई इलाका हुआ जलमग्न

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धौंस नदी जमुनी नदी एवं बेलनौति नदी के तटबंधो को कई जगह से टूटने के कारण मधवापुर और हरलाखी के कई इलाको में बाढ़ का पानी घुसा गया है. हरिणे, हरलाखी, परसा, फुलहर, गंगौर, हिसार, लहर्निया, हाजिनगर, महतोटोल, पिहवारा, भौगाछी, पतार और सोबरौली सहित कई गांव टापु में तब्दील हो गया है. हजारो एकड़ में लगी फसलें डूब चुकी है हर तरफ पानी ही पानी नजर आता है. सैंकड़ों लोग दूसरे गांव में विस्थापित हो गए हैं वहीं कुछ लोग उंचे स्थानों और स्कूलों में शरण लिए हुए है. दर्जनों घर पानी में धराशायी हो गये है. बाढ़ के पानी का प्रकोप आम लोगो के साथ साथ एसएसबी पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. नेपाल सीमा से सटे कई एसएसबी कैम्प जलमग्न हो गए है. फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई पहल होते नही देख रहा है आम लोगो में आक्रोश व्याप्त है. सूत्रों की माने तो कई लोग पेड़ पर शरण लिए हुए है जिन्हे बचाने के लिए एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंचा है. मधुबनी मीडिया  की खबरों के लिए पेज Like करें. बाढ़ का पानी का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. हरलाखी के फुलहर, परसा, गंगौर में एनएच 104 पर 2 फिट पानी चढ़ गया है जो काफी तेज गत

पानी के तेज बहाव में बहने से महिला की मौत

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लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले का अधिकांश क्षेत्र जलमग्न हो चुका हूं. वही पानी के तेज बहाव में डुबने से सुनीता देवी (45) की खबर सामने आयी है. मामला बाबुबरही थाना क्षेत्र के नवटोल गांव का है. जहां पुरा गांव जलमग्न हो चुका है एवं सड़क पर चार से पांच फिट तक पानी का बहाव है. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक महिला पानी के तेज बहाव से होकर सड़क गुजरने का प्रयास कर रही थी, लेकिन बहाव तेज होने के कारण सड़क पार नही कर पायी और पानी के साथ बह गयी. फिलहाल एसडीआरएफ की टीम अभी दो घंटा गुजरने के बाद व खबर लिखे जाने तक नही पंहुच सकी है. मधुबनी जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बताया है कि चुकी एसडीआरएफ की टीम झंझारपुर क्षेत्र में है. इसी कारण पंहुचने में वक्त लग रहा है. वैसे एसडीआरएफ की टिम रवाना हो चुकी है. बाबुबरही सीओ को आदेश दिया गया है की स्थानीय स्तर पर शव को निकलवाने की व्यवस्था करें. यदि शव दिखाई दे रहा तो नाव के उपयोग कर शव को लाया जा सकता है. मधुबनी मीडिया  की खबरों के लिए पेज Like करें. यहां सवाल बड़ा है की बाढ़ पूर्व की तैयारी इतनी सारी बैठक इतने पदाधिका

चोटी काटने वाली महिला समझ ग्रामीणों ने विक्षिप्त की कर दी जमकर पिटाई

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रंजीत मिश्रा : इन दिनों लोगो में चोटी काटने की घटना को लेकर काफी भय व्याप्त है, ख़ास कर ग्रामीण इलाक़ों में जिस कारण नए लोगो को शक की निगाहो से देखा जा रहा है. इसी कड़ी में हरलाखी प्रखंड के गंगौर गांव में एक विक्षिप्त महिला को लोगो ने झोला लिए घूमते देखा, जिससे बच्चे डर गए व इसकी सुचना अपने परिजनों को दी. फिर क्या था लोग बिना कुछ समझे महिला को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया. जिससे महिला चिल्लाते हुए भागने लगी तो ग्रामीणों का हुजूम भी उसके पीछे पड़ गया. ये बातें गांव में आग की तरह फैल गई की चोटी काटने वाली महिला पकड़ी गई है. भारी बारिश के वाबजूद लोगों का हुजूम महिला को देखने के लिए बाजार चौक पर जमा होने लगे. बच्चे बूढ़े महिलाएं सभी उस विक्षिप्त महिला को देखने के लिए भींगते हुए खड़े थे. जिसमे से कुछ लोगो ने भीड़ को समझा बुझाकर भीड़ के चंगुल से महिला को बचाया. मधुबनी मीडिया  की खबरों के लिए पेज Like करें. साथ ही इसकी सुचना हरलाखी पुलिस को दी. जिस पर तत्काल पहल करते हुए थाना प्रभारी संजय कुमार ने मौके पर जवानो को भेज कर महिला को वहां से सुरक्षित भेज दिया.

तिलयुगा नदी में जलस्तर बढ़ने से कई पंचायत बाढ़ की चपेट में

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मधुबनी जिले के अंधरामठ थाना क्षेत्र के तिलयुगा मे जलस्तर में काफी वृद्धि होने के कारण कई पंचायत बाढ़ को चपेट मे है. क्षेत्र के बांध के टूटने के कारण जिले से सम्पर्क टूट गया है. नेपाली जल ग्रहण क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण नेपाल से बह रही बलान नदी में अचानक जलस्तर में वृद्धि से सीमावर्ती गांव बटनबाड़ी, धर्मपुर, बलुवाहा, नवटोली, और कई इलाकों में  बाढ़ का पानी घुसने से उस इलाके में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सुचना मिलते ही खुटौना प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल कुमार अपने पुरे टीम के साथ पहुंच कर जायजा ले रहे हैं. शुक्रवार दोपहर वीरपुर कोसी बराज से वर्ष का सर्वाधिक 2 लाख 68 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. नेपाल की तराई भाग सहित जलग्रहण क्षेत्रों में जारी मूसलाधार बारिश के कारण कोशी नदी में बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है. जो आगे और अधिक बढ़ने की संभावना व्यक्त की गई है. पिछले तीन दिनों से कोसी का जलप्रवाह 2 लाख  क्यूसेक से ऊपर ही था शुक्रवार सुबह से ही उचे क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी घुसने लगा है. मधुबनी मीडिया  की खबरों के लिए पेज Like करें. प्रखंड के  गढ़

मधुबनी दौरे पर आए शरद यादव राज्यसभा नेता से हुई छुट्टी, जदयू में घमासान

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मधुबनी : बिहार के मुख्यमंत्री के खिलाफ बागी तेवर के साथ बिहार दौरे पर पंहुचे शरद यादव की राज्यसभा नेता पद से छुट्टी कर दी गई है. वहीं इनके जगह आरसीपी सिंह को राज्यसभा भेजे जाने की तैयारी चल रही है. अब जदयू के नेता तौर पर आरसीपी सिंह राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करेंगे. जानकारी हो कि शरद यादव ने मधुबनी दौरे पर आने के बाद महागठबंधन के टूटने पर खुद को आहत बताया था.  वहीं इससे पहले जदयू ने अपने राज्यसभा सदस्य अली अनवर अंसारी को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गयी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने की वजह से आज रात संसदीय दल से निलंबित कर दिया. इससे पहले पीएम माेदी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि शरद यादव फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं. मधुबनी मीडिया  की खबरों के लिए पेज Like करें. आपको बता दें कि मधुबनी से जदयू का पुराना कनेक्शन रहा है. कभी शिक्षक विवाद तो कभी नोटबंदी समर्थन ने महागठबंधन को हिलाकर रख दिया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मधुबनी पहुँचकर नरेंद्र मोदी के नोटबंदी का

मधुबनी पंहुचे शरद यादव ने कहा - महागठबंधन टूटने से हूं आहत

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शरद यादव के नजर में हिन्दुस्तानी को कानून का ज्ञान नहीं है उन्होंने कहा हिन्दुस्तान के लोगो ने संविधान नहीं पढ़े है लेकिन उनकी समझ पढ़े लिखे लोगो से ज्यादा है. इस वोट से ही वे संविधान समझते है. मै किसी के खिलाफ नहीं हूं. बस गठबंधन तोड़ने से आहत हूं. इसलिए अकेला निकला हूं जो साथ आये वह भी ठिक है जो नहीं आये वह भी ठिक है. जब उनसे यह सवाल पूछा गया की क्या शरद यादव महागठबंधन में अभी भी है ? वे घबराकर हाथ जोड़े और कहा की मैनें जो कह दिया वह कह दिया अब कुछ नहीं बोलूंगा. वहीं जेपी सेनानी नीतीश कुमार पर आंदोलन कुचलने का लगा रहे आरोप कहा नीतीश के कहने पर सर्किट हाउस से सभी व्यवस्था को हटाया गया है. राज्य सभा सदस्य एवं जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने आज मधुबनी पहुंचकर रोड शो किया एवं वे सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा की हम किसी के खिलाफ नहीं है बस गठबंधन टूटने से आहत है. मधुबनी मीडिया  की खबरों के लिए पेज Like करें. वे जनता के पास जाएंगे सिर्फ बिहार ही नहीं पुरे भारत में जाएंगे. हमारे पास मेनिफेस्टो अलग था उनके पास अलग मेनिफेस्टो था हमने ब

किसान को फायदा दुकानदार को नुकसान बाढ़ जैसा है हालात

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न्यूज डेस्क  मधुबनी में पिछले दो दिनो से  चक्रवात के कारण मूसलाधार वर्षा हो रही है जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया  है । खास कर किसानों में जहाँ इससे खुशी है वही इस लगातर हो रही बारिश से चिंता भी हो रही है ।क्षेत्र  के करीब 86 प्रतिशत खेतिहर भूमि मैं रोपनी का कार्य समाप्त हो गया है । रोपनी के वाद वर्षा पौधों को काफी फायदा करती है ।लेकिन अभी पौधे अभी काफी छोटे हैं । अत्यधिक बारिश से बाढ़ की भी  सम्भावना बढ़ती जा रही है ।अगर बाढ़ आ गयी और बारिश नहीँ रुकी तो इन पौधों को नुकसान पहुंचेगी और पौधे गल जायेंगे ।लेकिन अगर वर्षा अभी कुछ दिनों के लिये रुक जाती है तो इस में कोई शक नहीँ कि इससे पौधों को फायदा ही होगा ।साथ ही इस वर्षा ने कंचे घरो को भी काफी नुकसान पहुँचाया है ।प्याज की कीमत तो बढ़ी हुई ही है इस वर्षा से सब्जियों की कीमत भी बढ़ जाने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है । क्षेत्र के शहरी क्षेत्रों की भी हालात इस वर्षा ने बुरी कर रखी है । मधुबनी शहर के जल बहाव के लिये दो प्रमुख कनाल हैं ।ये दोनो ही कनाल या तो कब्जा कर भर दी गयी हैं या जो बची है वो कचरे से भरी पड़ी हैं ।जिससे जल निकासी स