धौंस नदी जमुनी नदी एवं बेलनौति नदी के तटबंधो को कई जगह से टूटने के कारण मधवापुर और हरलाखी के कई इलाको में बाढ़ का पानी घुसा गया है. हरिणे, हरलाखी, परसा, फुलहर, गंगौर, हिसार, लहर्निया, हाजिनगर, महतोटोल, पिहवारा, भौगाछी, पतार और सोबरौली सहित कई गांव टापु में तब्दील हो गया है. हजारो एकड़ में लगी फसलें डूब चुकी है हर तरफ पानी ही पानी नजर आता है. सैंकड़ों लोग दूसरे गांव में विस्थापित हो गए हैं वहीं कुछ लोग उंचे स्थानों और स्कूलों में शरण लिए हुए है. दर्जनों घर पानी में धराशायी हो गये है. बाढ़ के पानी का प्रकोप आम लोगो के साथ साथ एसएसबी पर भी पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. नेपाल सीमा से सटे कई एसएसबी कैम्प जलमग्न हो गए है. फिलहाल प्रशासन की ओर से कोई पहल होते नही देख रहा है आम लोगो में आक्रोश व्याप्त है. सूत्रों की माने तो कई लोग पेड़ पर शरण लिए हुए है जिन्हे बचाने के लिए एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंचा है.
बाढ़ का पानी का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. हरलाखी के फुलहर, परसा, गंगौर में एनएच 104 पर 2 फिट पानी चढ़ गया है जो काफी तेज गती से बह रहा है. लोग अपने डूबते हुए घरो को बचाने के लिए कई जगहों पर सड़क को काट दिया है, जिससे प्रखंड मुख्यालय से इन गांवों का संपर्क टूट गया है.
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