कोहबर से पद्मश्री तक का सफर :मधुबनी पेंटिंग


अब मधुबनी स्टेशन पर उतरते ही मधुबनी की खूबसूरती की झलक दिखने लगेगी ! हम बात कर रहे है मधुबनी के खूबसूरत रंगो की कलाकारी का यानी मधुबनी पेंटिंग का जिसने कोहबर से निकलकर पद्मश्री तक का सफर पूरा कर लिया है ! अब सुर्ख रंगो की खूबसूरत छटा बिखेरने के लिए सैकड़ो कलाकार मधुबनी स्टेशन पर जुटे हुए है और मधुबनी के लोक संस्कृति की थीम पर अपने रंगो की जादूगरी दिखाने के लिए दिन रात एक किये हुए है ! 

तेज धुप में भी कलाकार लगातार काम कर रहे है ! रंग और ब्रस की इस जादूगरी में भारतीय रेल का पूरा पूरा सहयोग तो मिल ही रहा है साथ ही कलाकार भी बिना किसी पारिश्रमिक की चिंता किये हुए बस अपने संस्कृति की झलक को दिखाने में जुटे हुए है ! दो अक्टूबर से सुरु हुए यह पेंटिग का काम आठ अक्टूबर तक चलेगा और इस दौरान गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकॉड को भी तोड़ देगा ! अभी तक गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रेकॉड में सर्वाधिक 4566.1 वर्ग क्षेत्र किया गया पेंटिंग है और भारत में 720 वर्ग फुट में बनाया गया पेंटिंग है सार्वधिक है ! मधुबनी स्टेशन पर कलाकार के ब्रस रुकने के साथ ही विश्व के सभी कृतिमान मधुबनी के नाम हो जाएगा !

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