मुखिया जी ये क्या हो रहा है भाई ये क्या हो रहा है ! यह गीत फ़िल्मी है पर यह दृश्य असली है जहाँ एक मुखिया जी सड़क का निर्माण करा रहे है जो हकीकत से परे और नकली अधिक प्रतीत हो रहा है ! ग्रामीण पूछ रहे है मुखिया जी इस सड़क का निर्माण तो आप तीन नंबर ईंट के टुकड़े से कर तो देंगी पर यह कितने दिन टिकेगी !
यह जो आप तस्वीर देख रहे है ना यह तस्वीर है पंडौल प्रखंड के सनकौर पंचायत का जहाँ मुखिया जी के द्वारा एक सड़क निर्माण कराया जा रहा है ! ये सड़क 250 फिट का बनना है ! सड़क योगेंद्र मिश्रा के घर से देवेंद्र मिश्रा के घर तक बनाया जा रहा है ! यह सड़क क्या है लगता है मुखिया जी जेबा जबीं के द्वारा सड़क बनाकर ग्रामीणों पर अहसान किया जा रहा है ! क्योकि सड़क तो मजबूत बनाया जाता है ताकि उस सड़क पर सुबह से शाम तक सैकड़ो वाहन चलने पर भी नहीं टूटे, पर यह सड़क सायद दिखाने के लिए ज्यादा बेहतर है ! दरअसल सड़क निर्माण में जो ईंट लगाया जा रहा है ना वह तीन नंबर ईंट का टुकड़ा है और मुखिया जी इसे वे बैखौफ बिछावा रही है ! भैया सवाल तो बड़ा है इतना गलत तरीके से सड़क का निर्माण करने का मुखिया जी को हिम्मत कहाँ से आता है ? क्या निर्माण स्थल पर कोई जेई मौजूद नहीं है ? क्या बीडीओ साहब इन सड़को का मोनेटरिंग नहीं करते है ? हालाकिं इस सवाल का जवाव तो नहीं मिला पर एक ग्रामीण बिकु मिश्रा ने बताया की हमने इस कार्य सम्बंधित शिकायत स्थानीय बीडीओ से किया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ बल्कि निर्माण कार्य और भी तेजी से होने लगा है ! उन्होंने बताया की निर्माण स्थल पर ना तो योजना सम्बंधित बोर्ड है और ना हो कोई स्टीमेट वहां उपलब्ध है ! मुखिया यहां की महिला है और उनके पति जल्द से जल्द सड़क ढलाई कर इस ईंट को ढक देना चाहते है !
यह जो आप तस्वीर देख रहे है ना यह तस्वीर है पंडौल प्रखंड के सनकौर पंचायत का जहाँ मुखिया जी के द्वारा एक सड़क निर्माण कराया जा रहा है ! ये सड़क 250 फिट का बनना है ! सड़क योगेंद्र मिश्रा के घर से देवेंद्र मिश्रा के घर तक बनाया जा रहा है ! यह सड़क क्या है लगता है मुखिया जी जेबा जबीं के द्वारा सड़क बनाकर ग्रामीणों पर अहसान किया जा रहा है ! क्योकि सड़क तो मजबूत बनाया जाता है ताकि उस सड़क पर सुबह से शाम तक सैकड़ो वाहन चलने पर भी नहीं टूटे, पर यह सड़क सायद दिखाने के लिए ज्यादा बेहतर है ! दरअसल सड़क निर्माण में जो ईंट लगाया जा रहा है ना वह तीन नंबर ईंट का टुकड़ा है और मुखिया जी इसे वे बैखौफ बिछावा रही है ! भैया सवाल तो बड़ा है इतना गलत तरीके से सड़क का निर्माण करने का मुखिया जी को हिम्मत कहाँ से आता है ? क्या निर्माण स्थल पर कोई जेई मौजूद नहीं है ? क्या बीडीओ साहब इन सड़को का मोनेटरिंग नहीं करते है ? हालाकिं इस सवाल का जवाव तो नहीं मिला पर एक ग्रामीण बिकु मिश्रा ने बताया की हमने इस कार्य सम्बंधित शिकायत स्थानीय बीडीओ से किया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ बल्कि निर्माण कार्य और भी तेजी से होने लगा है ! उन्होंने बताया की निर्माण स्थल पर ना तो योजना सम्बंधित बोर्ड है और ना हो कोई स्टीमेट वहां उपलब्ध है ! मुखिया यहां की महिला है और उनके पति जल्द से जल्द सड़क ढलाई कर इस ईंट को ढक देना चाहते है !
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