बोले राज्यपाल -गांवों व किसानों के विकास से ही भारत विकसित होगा



*पटना डेस्क* बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि समय की मांग है कि खेती में बढ़ चढ़कर नई वैज्ञानिक तकनीक का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र के काफी बदलाव आया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसान अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इसके बाबजूद किसानों पर जितना ध्यान देना चाहिए, उतना नहीं दिया गया। जबकि, गांव व किसान के विकास होने से ही भारत विकसित बनेगा। उन्होंने कहा कि नई तकनीक से खेती करने पर लागत कम और उत्पादकता अधिक होती है, इससे किसानों को मुनाफा ज्यादा होता है। उन्होंने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मिथिला की संस्कृति महान है। यहां आकर वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

उक्त बातें राज्यपाल राजेन्द्र विश्वानाथ आर्लेकर ने एसके चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केन्द्र, चानुपरा, बसैठ में आयोजित तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य अमृत महोत्सव व मेगा एग्री एक्सप्रो 2024 का 09 फरवरी को दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है।

उन्होंने कहा कि एसके चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र चानपुरा में यह सफल आयोजन किया गया है। इसके लिए इस न्यास के अध्यक्ष डा. संत कुमार चौधरी बधाई के पात्र हैं। वहीं  एसके चौधरी शिक्षा न्यास के अध्यक्ष डा. संत कुमार चौधरी ने राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को पाग, दोपटा एवं मिथिला पेंटिंग से सम्मानित किया। 

 वहीं केंद्रीय लघु एवं सुक्ष्म मंत्रालय के प्रधान सचिव हुकुम सिंह मीणा ने कहा कि  बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फसलों का बेहतर उत्पादन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पीएम का सपना है कि गांव व किसान आत्मनिर्भर हो।

यह पीएम नरेन्द्र मोदी का सपना है।

ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रो.संजय कुमार चौधरी ने कहा कि मिथिला विद्वानों की धरती रहा है। मिथिला का पान, माछ, मखान व पाग प्रसिद्ध है। शिक्षा के क्षेत्र में बिहार आगे बढ़ रहा है।

कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने कहा कि एसके चौधरी शिक्षा न्यास किसानों को प्रशिक्षित करने का सराहनीय कार्य कर रही है। कई अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। संत कुमार चौधरी ने आयोजन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और आगत अतिथियों का स्वागत किया।

Post a Comment

0 Comments