*एक एचएम और एक बीपीएम पर गिरी गाज, एचएम का वेतन रोकने और बीपीएम का वेतन काटने का आदेश*
*बोले केके पाठक डीएलएड वाले न हो निराश, हर साल अगस्त में होगी बीपीएससी परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों की बहाली*
*कहा-आने वाले समय में कुकुरमुत्ते की तरह खुले कोचिंग संस्थान हो जाएंगे बंद*
*पटना डेस्क*: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का खौफ दो दिनों तक मधुबनी शिक्षा महकमा सहित शिक्षकों में छाया रहा। वे दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार 08 फरवरी की देर शाम मधुबनी पहुंचे थे। यहां से वह शुक्रवार की शाम को सीतामढ़ी के लिए प्रस्थान किए। इसके बाद मधुबनी शिक्षा महकमा से जुड़े पदाधिकारियों, कर्मियों, शिक्षकों आदि ने राहत की सांस ली। उन्होंने 09 फरवरी को मधुबनी समाहरणालय के सामने स्थित शिवगंगा बालिका प्लस टू विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय मैदान और खेल-कूद का बेहतर माहौल बनाने का निर्देश दिया। साफ -सफाई की व्यवस्था बेहतर बनाए रखने का भी निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थिति पंजी की भी जांच किए। यहां से वे प्राथमिक विद्यालय, जगतपुरा, रहिका के लिए रवाना हुए।
यहां उन्होंने फ्लसयुक्त बेहतर शौचालय बनाने का निर्देश दिया। नया चापाकल भी लगाने का निर्देश दिया। इस दौरान उनके साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार, सदर एसडीओ अश्वनी कुमार सहित शिक्षा विभाग के कई अधिकारी भी थे।
इसके बाद केके पाठक ने मधुबनी जिले के ही बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र की पांच मध्य विद्यालयों का निरीक्षण किया। केके पाठक ने बुनियादी विद्यालय, अरेड़ का निरीक्षण किया। इस विद्यालय की कुव्यवस्था देख उनकी भृकुटि तन गई। बताया जा रहा है कि उन्होंने एचएम नेहा कुमारी का वेतन बंद करने का निर्देश मधुबनी के डीईओ को दिया। प्राथमिक विद्यालय, अरेड़ का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीपीएम अनुराग कुमार का 15 दिनों का वेतन काटने का निर्देश भी केके पाठक ने दिया। उत्क्रमित मध्यमिक विद्यालय, लक्ष्मीपुर में स्मार्ट क्लास का निरीक्षण किया। विद्यालय की सुविधा का भी जायजा लिया। मध्य विद्यालय भदुली और सरिसव में छात्र व शिक्षक उपस्थिति पंजी, एमडीएम, साफ- सफाई का निरीक्षण किया।
इसके बाद केके पाठक ने 09 फरवरी को ही मधवापुर प्रखंड क्षेत्र स्थित की विद्यालयों का निरीक्षण किया। बुनियादी विद्यालय, सलेमपुर में उन्होंने पुराने जर्जर भवन को तोड़ने का निर्देश दिया। इसके लिए जेसीबी मंगाया गया। इस विद्यालय का गहन निरीक्षण किया।
इसके बाद उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बसवरिया का निरीक्षण किया। साफ- सफाई की बदतर स्थिति देखकर वे बिफर पड़े। प्रधानाध्यापक को डांट पिलाई। इसके बाद मधवापुर प्रखंड मुख्यालय स्थित श्रीलक्ष्मी जनता प्लस टू उच्च विद्यालय का निरीक्षण किया।
यहां उन्होंने मुख्य सड़क से लेकर विद्यालय तक संपर्क पथ बनवाने, जर्जर भवन को तोड़कर नए भवन बनाने और सौंदर्यीकरण कराने का निर्देश दिया।
वहीं यह भी बताया जा रहा है कि अपर मुख्य सचिव केके पाठक से बलवा पंचायत में कार्यरत कई फर्जी शिक्षक की शिकायत की गई। केके पाठक इस मामले की जांच कर कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट समर्पित करने का निर्देश किया। हालांकि, केके पाठक को निरीक्षण के लिए हरलाखी प्रखंड भी जाना था। लेकिन, हरलाखी प्रखंड निरीक्षण को नहीं गए और मधवापुर से ही सीतामढ़ी जिले के लिए रवाना हो गए।
सबसे पहले 09 फरवरी को शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, घोघरडीहा में आयोजित समारोह में केके पाठक ने कहा कि सम्मान की दृष्टि से सबसे अच्छा शिक्षक प्रोफेशन है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में
कुकुरमुत्ते की तरह खोले गए कोचिंग संस्थान बन्द हो जाएगा। उन्होंने कहा कि डीएलएड छात्रों को निराश नहीं होना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष अगस्त में बीपीएससी परीक्षा के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति के बाद विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ी है जिसे अब शत-प्रतिशत करना है।
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