अंधराठारी एवं आसपास


हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है स्वामी अमितेश :शिक्षा 

बिन्देश्वर चौधरी : अंधराठाढ़ी 

हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है , हिंदी हमें राष्ट्रीयता के सूत्र में बांधता है यह कहना था स्वामी अमितेश का ! वे गुरूवार को जानकी धाम पिपरोलिया में आयोजित "हिन्दी दिवस" समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दी के विकास का प्रयास करना भारतीय नागरिकों का कर्तव्य है की वे हिंदी का अधिक से अधिक प्रयोग करे ! क्षेत्रिय भाषाओ का प्रचलन एक सीमा तक स्वीकार्य है परन्तु एक राष्ट्र के लिए एक भाषा सबके हित में है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि योगी कपिल मधेपुर और मिथिलांचल के है। वे चाहते तो मैथिली में भी रचना कर सकते थे। उन्होंने "हिन्दी" में लिखना अपना कर्तव्य समझा । विगत दो दशकों में उन्होंने तीस किताबे लिखी है। वे योग अध्यात्म नीति दर्शन मूलक किताबे लिखे और उनके किताबों में अमृत पराग पंखुरी के हंस विवेक सरिता मांझी और झील, अंगार का अंजन गुलाल शिखा आदि प्रसिद्ध है। सात देवी देवताओ का कवच संग्रह का अब तक तीन वार प्रकाशन हो चुका है। मिथिला वासियों को योगी कपिल का अनुकरण करना चाहिए। समारोह में शामिल राजदेव रमण, श्यामचन्द झा, मोहन मंडल, रमेश कर्ण, सोहन ठाकुर ने भी अपना अपना विचार रखा।

पूर्वमंत्री की पुस्तक का हुआ विमोचन :शिक्षा 

विधान पार्षद व पूर्व मंत्री रामलषन राम रमण लिखित मैथिली कविता संग्रह फूलवायर का लोकार्पण हुआ !इस अवसर पर "सगर राति दीप जरय" कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ !प्रखंड के डुमरा गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में जगदीश प्रसाद मंडल, दुर्गानन्द मंडल, नारायण यादव, डॉ० कमला कान्त झा, ने भाग लिया और पुस्तक का विमोचन किया ! रामलषन राम रमण ने बताया कि इस पुस्तक का विमोचन बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद के हाथो होना था पर उनके राष्ट्रपति बन जाने से कार्यक्रम रद्द हो गया ! फिर राष्ट्रपति भबन में ही लोकार्पण की योजना बनी किन्तु माननीय राष्ट्रपति जी की व्यस्तता के मद्देनजर जल्द इस पुस्तक का लोकार्पण की गुंजाइस नजर नहीं थी। फलत: सगर राति दीप जरय कार्यक्रम में इसका विमोचन किया गया है ! समीक्षक डॉ0 शिव कुमार प्रसाद के अनुसार "फूलवायर" कविता संग्रह काव्य की सभी शर्तों को पूरा करता है। यह अपने सृजन कालीन समस्यायों का प्रतिनिधित्व करता है एवं मानवीय सरोकारों को और अधिक संवेदनशील बनाने का सदेश देता है।

अंधराठाढ़ी गुरुकुल के छात्र छात्राओ ने निकाली जुलुस : शिक्षा 


स्थानीय गुरुकुल स्कूल के छात्र छात्राओ ने स्कूल परिसर में प्रधुम्न को श्रद्धांजलि अर्पित किया है । शिक्षक राजेश कुमार के अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है ! शिक्षक और छात्र छात्राओ ने प्रधुम्न के फ़ोटो पर " पुष्प" चढ़ाया। निर्देशक राजेश रंजन ने कहा कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रधुम्न की हत्या से शिक्षा जगत मर्माहत है।घटना में संलिप्त दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि अब कोई और बच्चे का इतना दर्दनाक मौत नहीं हो । प्रधानाचार्य गौरब तर्वे ने कहा कि स्कूल परिसर में छात्र छात्राओ की रक्षा करना स्कूल प्रबंधक का दायित्व है। शिक्षक मुकेश कामति, पुण्यानन्द झा, जितेन्द्र कुमार ठाकुर, विनीत कुमार, पूजा कुमारी, शिखा झा, स्नेहलता कुमारी, सुप्रिया, राखी, आदि ने शोक सम्वेदना व्यक्त करते हुए कहा कि छात्र छात्रायें अपने बच्चे जैसे होते है। उनकी हत्या या उनको किसी तरह नुकसान पहुँचाना अक्षम्य अपराध है। छात्र छात्राओ ने शोक व्यक्त करते हुए लोगो से अपील किया यू हैब पाबर् टु क्रिएट ए बेटर फ्यूचर ट्रीट चिल्ड्रेन वेल ! हमने अब है ठाना, बाल अत्याचार को है जड़ से मिटाना ! इस स्लोगन के साथ सभा में प्रधुम्न के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया !

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