स्वच्छता अभियान को आईना दिखा रहा है मधुबनी समाहरणालय


जिले भर को सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान का उपदेश देने वाले जिला पदाधिकारी का कैंपस यानी समाहरणालय सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रही है. समाहरणालय में एक अदद शौचालय की व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण समाहरणालय परिसर में यत्र-तत्र लोग मूत्र त्याग करते हुए देखे जाते है, जो कि शर्मिंदा करती है. लेकिन ऐसी शर्मिंदगी झेलना लोगों की विवशता बन चुकी है.

मधुबनी मीडिया की पड़ताल में हमने जो पाया वह स्वच्छता अभियान के पाठ पढ़ाने वाले पदाधिकारियों पर सवालिया निशान उठाते है. पड़ताल के दौरान हमनें पाया कि कैम्पस में शौचालय तो है लेकिन चारों तरफ से कचरों से घिरा हुआ उस शौचालय में ताला जड़ा हुआ है. कहने के लिए कैंपस में पानी शुद्ध करने वाली मशीन आरओ भी लगा है लेकिन वो खराब पड़ा हुआ है. 
ऐसे में सोचने वाली बात है कि जहां 50 लाख की आबादी वाले जिला समाहरणालय में रोजाना हज़ारों की संख्या में लोग विभागीय कार्यों के लिए आते है. वहां ऐसी परिस्थिति में समाहरणालय आये लोगों पर क्या बीतती होगी. जबकि गर्मी चरम पर है और पेयजल की समुचित व्यवस्था भी नही है. ना ही शौचालय के लिए कोई उपयुक्त साधन है. 


मधुबनी मीडिया की पड़ताल के दौरान समाहरणालय में मौजूद समाजसेवी हिमांशु कुमार ने बताया की शौच के लिए महिला पुरुष सभी को शर्मसार होना पड़ता है. परिसर में एक भी शौचालय व मूत्रालय नही होने के कारण लोग विवश होकर जहां तहां मूत्र त्याग करते है.


मधुबनी मीडिया की खबरों के लिए पेज Like करें.


ऐसे में समाहरणालय में स्वच्छता अभियान के हालात व व्यवस्था देखते हुए जिले में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान की कल्पना करना बेईमानी है.

Post a Comment

0 Comments