सरकारी डॉक्टर चला रहे हैं निजी क्लिनिक, 3 दिन काम कर उठाते है महीने का वेतन


बिन्देश्वर चौधरी : अंधराठाढ़ी स्थानीय रेफरल अस्पताल में महिला चिकित्सक समेत कुल 12 चिकित्सक कार्यरत है. बाबजूद इसके प्रतिदिन मात्र एक ही चिकित्सक की सेवा रोगियों  को मिल रही है. उन्ही के जिम्मे उस दिन का आउट डोर ,इनडोर और इमरजेंसी रहता है.

बताते चले की फ़िलहाल इस अस्पताल में डॉ. पीएस झा, डॉ. उमेश राय, डॉ. राकेश ठाकुर, डॉ. अबेदुल्लाह, डॉ. रामगोबिंद झा, डॉ. डीएन ठाकुर,.डॉ. कृष्णा कुमार दास, डॉ. मिथिलेश झा,.डॉ. बन्दना कुमारी, दन्त चिकित्सक डॉ. बिरेन्द्र मिश्र,आयुष चिकित्सक. डॉ मनोज कुमार और संजीव कुमार तैनात हैं. कागज में तो प्रतिदिन सभी चिकित्सको की तैनाती दिखाई जाती  है. व्यवहार में एक चिकित्सक का डयूटी रोटेशन  माह में 11 दिनों के बाद आता है. सभी चिकित्सक महिना में मात्र तीन दिन काम करके पुरे महीने का वेतन  उठाते है.  चिकित्सको के प्रतिदिन नही बैठने से भिन्न भिन्न रोग के रोगियों को भारी दिक्कत होती है. उन्हें अपने रोग के चिकित्सक के डयूटी दिन की प्रतीक्षा करनी पडती है. गरीब  रोगियों को भी जान बचाने के लिए निजी क्लीनिको का सहारा लेना पड़ता है. देहाती क्षेत्र के इस अस्पताल में प्रतिदिन रोगियों की भारी भीड़ लगती है. दवाब के कारण उनकी ठीक से जांच पड़ताल भी नही हो पाती है. जिसके कारण अस्पताल में अराजकता की स्थिति बनी रहती है.

जानकारी के मुताबिक अधिकांश चिकित्सको का आवास प्रखंड मुख्यालय से बाहर है. वहां उनका निजी क्लिनिक भी है, फ़िलहाल यहाँ दो चिकित्सक को  प्रभारी बनाया गया है,  डॉ. उमेश राय रूटीन प्रभारी है और डॉ. आर ठाकुर को प्रशासनिक आदि का जिम्मा है. गौरतलब हो की कुछ माह पूर्व सिविल सर्जन मधुबनी डॉ. अमरनाथ झा ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. जिसमे छः चिकित्सक अनुपस्थित पाए गये थे. इसके बाबजूद भी कोई परिवर्तन नही हुआ.

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इस बाबत सिविल सर्जन डॉ अमरनाथ झा बताते है की  रूटीन के मुताबिक चिकित्सको को अस्पताल में बैठना अनिवार्य है. उसे अनुपालन नही करने और अनुपस्थित रहने बाले चिकित्सको के विरुद्ध समुचित करवाई की जाएगी.

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