मिथिला पेंटिंग व लोकगीत गाने में पारंगत है बेनीपट्टी की डीएसपी निर्मला


पुलिस के हाथों मे बंदूक और लाठियां तो आपने ज़रूर देखा होगा लेकिन मधुबनी के एक डीएसपी ऐसी है जिसके हाथो मे खूबसूरत रंगो का ब्रश रहता है. डीएसपी आवास में प्रवेश करने मात्र से ही एक सुखद अनुभूति प्राप्त होने लगती है. बागवानी और मिथिला पेंटिंग की सौखीन यह डीएसपी मिथिला का लोक गीत भी गाती है. 

भोजपुर जिले के एक छोटे से गाँव की रहने वाली निर्मला का 2009 बैच मे डीएसपी पद के लिये चयन हुआ था. निर्मला का पढ़ाई के साथ साथ समाजिक कार्यों मे रुचि रखती है. और यही कारण रहा की जब उनका पोस्टिंग मधुबनी के बेनीपट्टी अनुमंडल मे हुआ तो वह पूरी मुस्तैदी से अपने कर्तव्यों के निर्वहन के साथ साथ समाज से जुड़ने का भी काम कर रही है. निर्मला ने कई समाजिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनी है साथ ही ऐसे आयोजनों में वह बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेती है. डीएसपी निर्मला मिथिला में रहते हुए मैथिली भी सिख चुकी है. वह मैथिली में स्वागत गान, शोहर, समदाउन जैसे परम्परागत गीत से लोगो का मन मोह लेती है. 


डीएसपी निर्मला कुमारी के आवासीय परिसर में निर्मला ने खुद से बनाये पारम्परिक मधुबनी पेंटिंग व कलाकृतियों से सुसज्जित कर रखा है. परिसर को वाटिका का स्वरूप दे दिया गया है, जिसका नाम निर्मला वाटिका है. निर्मला को मधुबनी पेंटिंग के अलावे बागवानी का भी सौख है और उनका छोटा सा केम्पस विभिन्न तरह के पेड़ पौधों से सजा हुआ है. निर्मला कुमारी ने बताया की मै मधुबनी पेंटिंग से पहले से परिचित थी यहां जब पदस्थापना हुआ तो मैंने पता किया और यहाँ रंग बहुत ही आसानी से मिल जाता है फिर मै ने एक बार ट्रायल किया और एक दो अच्छे पेंटिंग बन गया. उसके बाद से लगातार पेंटिंग व कुछ अलग करने का सिलसिला जारी है. 


यूं तो पुलिस अधिकारियों का छवि सदैव माना आता है. लेकिन निर्मला कुमारी का यह अंदाज बांकी पुलिस कर्मियों से इन्हें अलग बनाता है. पुलिस अधिकारी होने के नाते समाज को जोड़ने के विभिन्न तरह के प्रयासों का परिणाम ही है कि निर्मला कुमारी के हर कार्य को यहां के लोगों से सराहना मिलती है.

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