दमन के जरिए नहीं दबाया जा सकता दलितों व गरीबों के हक की आवाज



*पटना डेस्क* 

दलित -गरीब की दावेदारी नहीं रुकेगी के नारों के साथ, भाकपा-माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडा बैनर के साथ मधुबनी स्टेशन चौक से विरोध मार्च निकाल कर मधुबनी जिला समाहरणालय के सामने स्थित अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष सभा किया. ऊत्तीम पासवान की अध्यक्षता में संचालित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला सचिव सह राज्य कमिटी सदस्य ध्रुव नारायण कर्ण ने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है मनोज मंजिल सहित 23 लोगों को आजीवन कारावास की सजा। दमन व जेल के जरिए दलित-गरीबों की आवाज दबाई नहीं जा सकती है. 


उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2015 के ठीक पहले जेपी सिंह की हत्याकांड मामले में भाजपा के स्थानीय नेताओं के इशारे पर  मनोज मंजिल और अन्य पार्टी नेताओं पर हत्या का झूठा मुकदमा थोप दिया गया था. उस घटना के कुछ दिन पहले ही हमारी पार्टी के स्थानीय नेता  सतीश यादव की हत्या भाजपाइयों ने कर दी थी. उनके हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन दलित-गरीबों की लड़ाई लड़ने और सड़क आंदोलन के चर्चित नेता मनोज मंजिल को एक गहरी साजिश के तहत फंसाकर सजा करवा दी गई. भाजपाई और इलाके की सामंती ताकतें मनोज मंजिल की बढ़ती लोकप्रियता से काफी घबराई हुई थी.


 बिहार में सत्ता बदलते ही भाजपाई अपने रंग में आ चुके हैं, लेकिन उनके नापाक मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा.

    सभा को श्याम पंडित, बिशंम्भर कामत, शांति सहनी,मनीष मिश्रा,  योगेन्द्र यादव, योगेन्द्र महतो, सुरज मुखिया, मोहम्मद ईमरान,योगी पासवान ,शिव देवी,सिंहेश्वर पासवान, बिहारी सराय,सीता देवी, मालती देवी  आदि ने भी संबोधित किया.

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