क्या कह रही है झंझारपुर का समीकरण, झंझारपुर के जनता का मूड


न्यूज़ डेस्क पटना 
23 अप्रैल को झंझारपुर में मतदान होना है जहाँ मुकाबला त्रिकोणीय दिखाई दे रहा है ! यहां एनडीए की ओर से जदयू उम्मीदवार आरपी मंडल पहली बार लोकसभा में अपना भाग्य अजमा रहे है वही झंझारपुर के विधायक गुलाब यादव महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में है ! जबकि पांच बार के सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव बामपंथी के समर्थन के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में है ! यह सीट अमूमन समाजवादियों की रही है 2014 में भाजपा ने पहली बार सीट जीता और बीरेंद्र चौधरी झंझारपुर के सांसद बने ! लेकिन एनडीए के गठबंधन में यह सीट जदयू के पाले में चली गयी जिसके बाद सांसद वीरेंद्र चौधरी खासे नाराज भी हुए ! वे अतिपिछड़ा में कियोट जाती के है ! झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में कियोट जाती का वोट काफी हद तक चुनाव को प्रभावित करती है ! टिकट काटे जाने से नाराज वीरेंद्र चौधरी ने पुरे चुनाव के दौरान कभी भी आरपी मंडल के साथ मंच साझा नहीं किया ! जबकि राजद ने पिछले चुनाव के प्रत्यासी मंगनीलाल मंडल को बदल कर गुलाब यादव पर भरोसा जताया है ! पिछली बार मंगनीलाल मंडल राजद के टिकट से चुनावी मैदान में थे और लगभग साठ हजार वोट से उन्हें पराजय मिली थी ! टिकट काटे जाने से नाराज मंगनीलाल मंडल ने जदयू का दामन थाम लिया है जिससे मंडल वोट बैंक सेंट्रलाइज होने का अनुमान लगाया जा रहा है !  वही पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव पिछली लोकसभा में जदयू के टिकट पर मैदान में थे और उन्हें लगभग 182000 वोट मिले थे ! देवेंद्र यादव यहाँ से पांच बार सांसद रह चुके है और क्षेत्र में उनकी काफी पकड़ मानी जाती है ! इस दिलचस्प मुकाबले के बिच शहरी जनता अभी भी नरेंद्र मोदी के पक्ष में जाती हुई दिखाई दे रही है जबकि ग्रामीण जनता राहुल गांधी को प्रधानमन्त्री के रूप में देखना चाहते है !  

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