प्रधानाध्यापक पोस्टिंग पर लगा ब्रेक ,डी डी के अध्यक्षता मे कमिटी गठित


फर्जी शिक्षक बहाली घोटाला तो आपको याद है ना ,वही बैकलॉग बहाली वाला शिक्षक जिसका थोड़ा सा जाँच हुआ छह शिक्षक को बाहर निकालने की बाते हुई और मामले को ठंडा बस्ता मे डाल दिया गया है ,उसी शिक्षा विभाग मे एक और घोटाला सामने आया है .यह घोटाला ट्रांसफर पोस्टिंग से सम्बन्धित था और बड़े पैमाने पर अनियमितता दिखई दे रहा था जिसे बिहार राज्य शिक्षक संघ के आपत्ति के बाद मधुबनी जिला पदाधिकरी ने शिक्षा विभाग इस बड़े स्तर के गड़बड़झाले को ब्रेक लगा दिया है .जिला पदाधिकारी ने मामले मे नये पदोन्नति शिक्षक के ट्रांसफर पोस्टिंग पर रोक लगा दिया है . दरअसल शिक्षा विभाग मे बड़े पैमाने पर शिक्षकों का प्रन्नोती प्रधानाध्यापक के रुप मे हुआ है .इन शिक्षकों को स्कूल मे पोस्टिंग किया जाना था जिसके लिये मधुबनी जिला पदाधिकरी ने 30/12/2017 को पत्र जारी कर दिया था लेकिन पत्र जारी किये दो सप्ताह से समय गुजर जाने के बावजूद स्थानांतरण पत्र को जाहीर नहीँ किया गया था .सूत्रों की माने तो इस दौरान अवैध रुप से उगाही की जा रही थी . मामले मे विभाग के संदिग्ध आचरण को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने निर्णय लेते हुए अपने पत्र को निरस्त करते हुए अगले आदेश तक के लिये ट्रांसफर पोस्टिंग पर रोक लगा दिया है साथ ही मामले का जाँच के लिये मधुबनी डी डी सी के अध्यक्षता मे तीन सदश्यीय कमिटी का गठन कर दिया है .कमिटी मे डी डी सी के अलावे अपर समहर्ता एवं उप समहर्ता सत्य प्रकाश शामिल है .

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