एक बार फिर से पंडौल स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज पर जमकर बबाल देखने को मिला है। जो तस्वीर व मामले की जानकारी निकलकर सामने आ रही है उसके अनुसार शुक्रवार की देर शाम छात्र-छात्राओं ने जमकर बवाल काटा। आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने घंटों कॉलेज के प्रधानाचार्य कुमार विकास सहित अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं को ताला बंद कर बंधक बनाए रखा। बाद में घटना की सूचना मिलते ही सकरी थानाध्यक्ष राहुल कुमार तथा पुलिस निरीक्षक सह पंडौल थानाध्यक्ष अमित कुमार दलबल के साथ कॉलेज पर पहुंचे। लेकिन आक्रोशित छात्र छात्राओं ने कॉलेज के मेन गेट को अंदर से ताला बंद कर रखा था। काफी देर तक पुलिस पदाधिकारी गेट के बाहर से ही छात्र-छात्राओं को समझने का प्रयास करते रहे। काफी मशक्कत के बाद छात्र-छात्राओं ने कॉलेज गेट का ताला खोल पुलिस प्रशासन को अंदर प्रवेश करने दिया। आक्रोशित छात्र छात्रों को समझाते हुए देर शाम पुलिस पदाधिकारियों ने बंधक बने कॉलेज के प्रधानाचार्य सहित अन्य शिक्षकों को मुक्त कराया।
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क्या है मामला: इंजीनियरिंग कॉलेज के आक्रोशित छात्र-छात्राओं के अनुसार बृहस्पतिवार की देर रात सेकंड सेमेस्टर का रिजल्ट ऑनलाइन जारी किया गया। जिसमें बड़े पैमाने पर छात्र-छात्राओं का रिजल्ट खराब आया। रिजल्ट खराब आने को लेकर शुक्रवार की सुबह से ही कॉलेज के अंदर चर्चाएं चलने लगी। शुक्रवार की दोपहर बाद आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने कालेज प्रशासन से इस संबंध में बात किया। छात्र-छात्राओं का कहना था कि कॉलेज प्रशासन विश्वविद्यालय से इस संबंध में बात कर रिजल्ट को ठीक कराए। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इस पर विशेष ध्यान नहीं दिया तो आक्रोशित हो छात्र-छात्राओं ने प्रधानाचार्य सहित अन्य शिक्षकों को बंधक बनाते हुए कॉलेज के में गेट में अंदर से ताला लगा दिया। इस अफरा- तफरी में इंजीनियरिंग कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेटिव भवन के सामने का शीशा का दरवाजा भी क्षतिग्रस्त हो गया। मामला बढ़ता देख घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन व थाना को दी गई। सूचना मिलते ही सकरी व पंडौल थानाध्यक्ष सहित डायल 112 की पुलिस टीम में कॉलेज पर पहुंच गई।
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मिला आश्वासन तो शांत हुए प्रदर्शनकारी: पुलिस पदाधिकारी ने आक्रोशित छात्राओं से वार्ता कर उनकी मांगों को जाना। इसके बाद कॉलेज के प्रधानाचार्य कुमार विकास के साथ पुलिस पदाधिकारी ने इस संबंध में बात किया। प्रधानाचार्य ने उन्हें आश्वासन दिलाया कि अगले तीन दिन विश्वविद्यालय बंद है। मंगलवार को विश्वविद्यालय खुलते ही इस संबंध में कुलपति से वे बात कर उक्त समस्या से अवगत करवाएंगे। प्रधानाचार्य का आश्वासन मिलने के उपरांत आक्रोशित छात्र छात्राएं शांत हुए। छात्र-छात्राओं का कहना था कि 5 मार्च से थर्ड सेमेस्टर का परीक्षा शुरू हो रहा है। जबकि 27 या 28 फरवरी से फॉर्म भरा जाएगा। ऐसे में बड़े पैमाने पर विद्यार्थियों के रिजल्ट खराब आने से उनकी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगी। इसलिए कॉलेज प्रशासन समय रहते छात्र-छात्राओं के इस समस्या का समाधान निकाले।
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