बाढ़ पीड़ितों के अब वृक्ष भी सूख रहे हैं



बिन्देश्वर चौधरी : अंधराठाढ़ी
बाढ़ तो आता ही है आफत लेकर ! आफत भी ऐसी की हर किसी  कलेजा काँप जाए ! बाढ़ के पानी को ना जात का पता है ना धर्म का किस मजहब का कौन सा गांव है उसे नहीं पता उसे पता है तो बस तबाही मचाना ! 14 अगस्त से जलप्रलय की शुरुआत हुआ जो 25 अगस्त तक जिले के कोने कोने में तबाही मचाता रहा ! आदमी औरत बच्चा तो बाढ़ से प्रभावित हुए ही साथ ही बाढ़ ने खेतों में लगी फसल को भी बर्बाद कर दिया ! लोगो की परेशानी यही समाप्त नहीं हुआ , बाढ़ के पानी निकलने के साथ ही अब पेड़ पौधे भी सूखने लगे है ! कटहल शीशम सागवान तिलय के पौधे पुरी तरह से सुख गया साथ ही खतों में लगे सब्जी की भी नष्ट हो चुकी है ! पुर्व मुखिया झड़ी लाल चौपाल ने बताया की फसल अनाज की छतिपूर्ति कमोबेस भरपाई हो जायेगी पर सूखे पेड़ की भरपाई कौन करेगा ?


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