यही के थे महर्षि वाल्मीकि, तिरहुता लिपि में लिखी थी संस्कृत रामायण : कीर्ति आज़ाद


विद्यापति पर्व समारोह में पहुंचे दरभंगा के सांसद कृति झा आजाद ने कहा प्रकाश जाबरेकर एक बुद्धिहीन आदमी है विवेकहीन व्यक्ति है ! कृति झा आजाद मधुबनी के रहिका में विद्यापति समारोह में भाग लेने पहुंचे थे जहा उन्होंने मीडिया कर्मी को सम्बोधित करते हुए कहा की मै  प्रकाश जाबरेकर को अच्छा व्यक्ति समझता था लेकिन वे है नहीं ! उन्होंने कहा भगवान् राम की महिमा तो सब जानते है लेकिन माँ सीता नहीं होती तो रावण का बध्ध नहीं होता ! उनको यह पता होना चाहिए महर्षि बाल्मीकि यही के थे उन्होंने रामायण संस्कृत में तो लिखा लेकिन तिरहुतिया लिपि में लिखा ! उनको इतना भी ज्ञान नहीं है और राम राम करते है ! मेरे पास शब्द नहीं है ऐसे विवेकहीन व्यक्ति के बारे में बोलने के लिए ! उन्होंने कहा मिथिलाक्षर सबसे पुराने अक्षरों में से एक है ! उन्होंने मुख्यमंत्री पर भी तंज कसते हुए कहा मुख्यमंत्री जी हर जगह जाते है तो कहते है मिथिला के विकाश के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है लेकिन आज तक मिथिला का विकाश नहीं हुआ है !

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