हार्ड कम्पकंपा देने वाली इस ठंड मे महिला पूरे परिवार के साथ बैठी है अनशन पर ,अधिकारी बेपरवाह


दीक्षा रानी
मधुबनी जिले में कुछ ऐसे भी अधिकारी है जिनके लिए वरीय पदाधिकारी का आदेश कौन कहे हाई कोर्ट का आदेश भी कोई मायने नहीं रखता है !और इन अधिकारियों के निष्क्रियता के कारण हाड कंपकपा देने वाली इस ठण्ड में एक परिवार सड़क किनारे जीने को मजबूर है ! अधिकारियों के अस्वासन और सिर्फ अस्वासन से तंग आकर एक महिला इंदु देवी अपने तीन छोटे छोटे बच्चे और पति के साथ जिला समाहरणालय के समक्ष आमरण अनसन पर बैठी हुई है !

मामला खुटौना प्रखंड के सिहुला गांव का है ! गांव की इंदु देवी के घर के सामने की जमीन को कुछ लोगो ने अतिक्रमण कर लिया है ! इस बाबत इंदु देवी ने जमीन अतिक्रमण खाली कराने के लिए अधिकारी को आबेदन दिया लेकिन जब अधिकारियों ने मामले का संज्ञान नहीं लिया तो हाई कोर्ट पहुंची और हाई कोर्ट ने अब तक तीन बार अतिक्रमण खाली कराने का आदेश दिया है लेकिन अतिक्रमण खाली नहीं हुआ ! इस ठण्ड मे इंदु देवी के तीन बच्चे एवं उनका पति पिछले नौ दिनों से उनके साथ बैठे हुए है ! बच्चे अपनी पढ़ाई अनसन स्थल पर ही करते है और पांच डिग्री टेम्परेचर में सड़क किनारे रह रहे है ! इंदु देवी ने बताई यदि अतिक्रमण खाली नहीं कराया गया तो यह अनसन लगातार चलता रहेगा !

मामले में अधिकारियों की शिथिलता को देखते हुए जिला पदाधिकारी ने फुलपरास एस डी ओ और खुटौना सीओ के बेतन पर रोक लगा दिया है ,और इस मामले की जांच के लिए बरिय समाहर्ता दुर्गानंद झा के अध्यक्षता में एक कमिटी का गठन किया है ! साथ ही डी एम ने खुटौना थाना प्रभारी और फुलपरास डी एस पि से भी स्पस्टीकरण माँगा है ! जिलापदाधिकारी ने बताया की मामले की जांच के लिए वरीय समाहर्ता के अध्यक्षता में एक कमिटी गठन किया गया है !

अधिकारीयो का बेतन पर रोक लगाए जाने के वावजूद अभी तक किसी भी अधिकारी ने कारवाई की दिशा में पहल नहीं किया है ! लेकिन सवाल यह है क्या बेतन बंद होने से महिला को न्याय मिलेगा ? सवाल यह भी है की आत्मदाह से पहले यदि महिला या उसके परिवार के किसी सदस्य के साथ कुछ अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेवार कौन होगा ?

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