सरकार ने नही दिया साथ तो ग्रामीणों ने कुदाल थाम खुद ही बना ली सड़क


बिन्देश्वर चौधरी : जहां चाह वहां राह की कहावत को चरितार्थ किया है अंधराठाढ़ी के एक छोटे से गांव मंगरौना के ग्रामीणों ने. ओर इस प्रयास के सारथी बनें है गांव के डीलर बेचन राम.

सरकार दलित महादलित के विकास के जितने दावे करें, मगर सरजमीनी हकीकत कुछ और ही है. शिवा पंचायत के मंगरौना गांव में शासन प्रशासन की अनदेखी से आजीज होकर डीलर बेचन राम ने ग्रामीणों के साथ सड़क निर्माण की योजना बनाई और सारे खर्चे का जिम्मा खुद पर लिया. जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से उन्होंने दलित टोला में खरंजा सड़क बनाना शुरू कर दिया. साथ ही इनके प्रयास को स्थानीय ग्रामीणों का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है. लोग बिना किसी आर्थिक उम्मीद से श्रमदान में जुटे हुए है. लोगो का ये प्रयास साबित कर रहा है कि अगर कोई काम ठान लिया जाय तो कुछ भी नामुमकिन नही है. मंगरौना गांव के दलित टोला तक पहुंचने के लिए कोई माकूल सड़क नही थी. टोले के लोग लगातार पंद्रह वर्षो से सड़क बनवाने के लिए प्रखंड और पंचायत से गुहार लगा रहे थे. हर जगह गुहार लगाने के बाद भी लोगो के हिस्से सिर्फ निराशा ही आई. बात नही बनते देख पंचायत के डीलर बेचन राम के नेतृत्व में ग्रामीणों ने सड़क बनवाना शुरू कर दिया. इस बाबत बेचन राम ने बताया कि खरंजा सड़क बनने से दलित टोले तक पहुंचने में लोगो को सहूलियत होगी. दलित टोले के लोगो का आवागमन सुगम हो जाएगा साथ ही आपदा विपदा के समय सहाय और राहत पहुंचाना भी सुविधाजनक हो जाएगा. डीलर के इस प्रयास का पंचायत के लोग गांव में भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं.

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