मधुबनी जिले के केशुली गांव में इस्लामिया मदरसा में एकदिवसीय धार्मिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मौलाना अमीरुद्दीन ने कहा की इंसान की इंसानियत धर्म की शिक्षा ही तय करती है। एक इंसान के लिए जितनी आवश्यकता धार्मिक शिक्षा की होती है उतनी ही सामाजिक शिक्षा भी।
वहीं कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष मो. वसीम ने अपने संबोधन में कहा की इस्लाम धर्म के प्रचार प्रसार मदरसे से शुरुआत होती है। अच्छे आचरण और संस्कारों की नींव मदरसे से रखी जाती है। सभी को अपने अपने धर्म की शिक्षा को जरुर ग्रहण करना चाहिए। इसके लिए हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार अच्छा काम कर रहे हैं। आगे उन्होंने बिहार सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की सरकार अप्संख्यक समुदाय के विकास के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। इस दौरान वक्ताओं ने धार्मिक और सामाजिक शिक्षा की आवश्यकताओं पर प्रकाश डालते हुए लोगों को जागरूक किया।
वहीं कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष मो. वसीम ने अपने संबोधन में कहा की इस्लाम धर्म के प्रचार प्रसार मदरसे से शुरुआत होती है। अच्छे आचरण और संस्कारों की नींव मदरसे से रखी जाती है। सभी को अपने अपने धर्म की शिक्षा को जरुर ग्रहण करना चाहिए। इसके लिए हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार अच्छा काम कर रहे हैं। आगे उन्होंने बिहार सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा की सरकार अप्संख्यक समुदाय के विकास के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। इस दौरान वक्ताओं ने धार्मिक और सामाजिक शिक्षा की आवश्यकताओं पर प्रकाश डालते हुए लोगों को जागरूक किया।
मौके पर वार्ड सदस्य मो. इसराफिल, पंसस रेणु देवी, मो. कासिम अंसारी, हारुण अंसारी, मो. रिजवान, मो. हारिस सहित कई लोग मौजूद थे।
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