मंत्रियों के बीच हुआ विभागों का आवंटन, जानिए किसे कौन विभाग मिला


तो क्या नीतीश के आगे भाजपा का सरेंडर ?

मंत्रियों के बीच हुआ विभागों का आवंटन, जानिए किसे कौन विभाग मिला

पटना डेस्क : तो क्या नीतीश के आगे भाजपा ने सरेंडर कर दिया? चर्चा थी की भाजपा का गृह व सामान्य प्रशासन विभाग पर नजर है। लेकिन, भाजपा को यह दोनों ही विभाग नहीं मिला। यह दोनों विभाग सीएम नीतीश कुमार अपने पास ही रखा। गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार बीते 28 जनवरी को सीएम पद से इस्तीफा देकर महागठबंधन सरकार को गिरा दिया। फिर उसी दिन राजग सरकार के मुखिया के रूप में सीएम पद का शपथ ग्रहण किया। इसके अलावा आठ अन्य मंत्री ने भी शपथ लिया। इसमें जदयू और राजद के तीन - तीन मंत्री, हम और निर्दलीय से एक -एक मंत्री शामिल है। मंत्री का शपथ ग्रहण के बाद इनके बीच विभागों के वितरण में शायद खींचतान हो रही थी। विभागों के वितरण को लेकर अटकलों को दौर चल रहा था। लेकिन, अब तीन फरवरी को 



विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। खास बात यह है कि सीएम नीतीश अपने जिम्मे गृह, सामान्य प्रशासन, निर्वाचन, मंत्रीमंडल सचिवालय व निगरानी जैसे अति महत्वपूर्ण विभाग रखा है। वहीं उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को नौ विभागों की जवाबदेही दी गई है। जिसमें वित्त, वाणिज्य कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, विधि और पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग शामिल हैं। जबकि दूसरे उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को भी नौ विभागों की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें कृषि, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भू तत्व, श्रम संसाधन, लघु जल संसाधन, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण और कला संस्कृति एवं युवा विभाग शामिल हैं।



वहीं जदयू कोटे के मंत्री विजय कुमार चौधरी को छह विभागों की जवाबदेही दी गई है। इसमें जल संसाधन, भवन निर्माण, शिक्षा, संसदीय कार्य, परिवहन और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग शामिल है।जबकि जदयू  कोटे के मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव को पांच विभाग आवंटित किया गया है। इसमें ऊर्जा, योजना एवं विकास, अल्पसंख्यक कल्याण, ग्रामीण कार्य और मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग शामिल है। वहीं भाजपा कोटे के मंत्री डा. प्रेम कुमार को भी पांच विभागों की जवाबदेही दी गई है। इसमें सहकारिता, आपदा प्रबंधन, पर्यटन, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण और पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग शामिल हैं।



जबकि जदयू कोटे के मंत्री श्रवण कुमार को तीन विभाग आवंटित किया गया है। इसमें ग्रामीण विकास, समाज कल्याण और उपभोक्ता संरक्षण विभाग शामिल हैं। वहीं हम कोटे के मंत्री संतोष सुमन को दो विभागों का मंत्री बनाया गया है। इसमें सूचना प्रावैधिकी और अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग शामिल है। जबकि निर्दलीय सुमित सिंह को महज एक विभाग विज्ञान प्रावैधिकी और तकनीकी शिक्षा विभाग का मंत्री बनाया गया है।




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