मूली वाला समाजसेवी किसान सात किलो का उपजता है एक-एक मूली
न्यूज़ डेस्क पटना
यु तो मधुबनी के किसानो को लोग सबसे पिछड़ा हुआ मानते है लेकिन ऐसा नहीं है की जिले में परिश्रमी किसानो की कमी है ! कृषि में हो रहे रोज नित नए प्रयोग और किसानो के मेहनत का फल ही है की मधुबनी का इस किसान ने अन्तराष्ट्रिय स्तर पर अपना पहचान बनाया है ! दरअसल मधुबनी यह किसान समाजसेवी भी है और साथ ही किसानी भी करता है ! इस किसान अपने मेहनत के बदौलत छह से सात किलो का एक-एक मूली उपजाया है ! अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन मे किसान लोगो के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है । मधुबनी जिला के लदनिया थाना क्षेत्र का रहने वाले विष्णुदेव भांडारी समाजसेवा के साथ साथ खेतीबारी मे भी हाथ आजमाते रहते हैं, वे मूल रूप से आलू के खेतों मे मूली लगाते है । विष्णुदेव भंडारी के मूली का पैदावार इतना बेहतर होता है की खेतों मे एक-एक मूली छह से सात किलो तक का पैदा होता हैं । ऐसा नहीं है की यह मूली महज तुक्के में एक बार पैदा हो गया है, बल्कि ऐसी मूली वे हर वर्ष सैकड़ो की संख्या में पैदा करते है ! विष्णुदेव भंडारी इस खेती की वजह से आसपास के किसानो के लिए आइडल के रूप में उभर कर सामने आये है ! लोग उन्हें मूली वाला किसान कहने लगे है ! दरअसल मधुबनी में इनदिनों एग्रीकल्चर इंटरनेशनल कन्वेंसन चल रहा है ! तीन दिवसीय इस कन्वेंसन में देश विदेश के कई वैज्ञानिकों ने भाग लिया हुआ है ! कन्वेंसन में व्यज्ञानिको के द्वारा कृषि के विकास पर लगातार चर्चा किया जा रहा है !
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